बैकुन्ठपुर। पोस्टमार्टम के लिए परिजनों को शव कंधे पर लादकर 30 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। शाम को पीएम होने के बाद परिजन शव वाहन से शव को ले...
बैकुन्ठपुर। पोस्टमार्टम के लिए परिजनों को शव कंधे पर लादकर 30 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। शाम को पीएम होने के बाद परिजन शव वाहन से शव को लेकर घर लौटे। सोनहत थाना क्षेत्र के ग्राम बंशीपुर के जंगल में मंगलवार की सुबह मवेशी चराने गए चरवाहों को एक युवक का शव पेड़ पर लटका मिला। चरवाहो ने पहले इसकी सूचना कोरिया जिले के जनपद सोनहत के बंशीपुर सरपंच को सूचना दी।
जिसके बाद सरपंच ने इसकी जानकारी सोनहत पुलिस को दी। मंगलवार को पुलिस नहीं पहुंची जिसके चलते लाश पेड़ पर ही लटकी रहीं। बुधवार की सुबह जब पुलिस पहुंची तो शव को नीचे उतारा गया। पुलिस मर्ग कायम कर शव के पंचनामा के बाद सरपंच को वाहन की व्यवस्था कर सोनहत अस्पताल तक पहुंचाने का फरमान सुनाकर लौट आई। मृतक की पहचान गया नाथ (26) के रूप में की गई है। बताया जा रहा है कि वह एक माह से घर से लापता था। परिजन ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। वह लगभग एम माह पूर्व घर से बिना बताए चला गया था। इससे पूर्व भी वह कई बार लंबे समय तक घर नहीं आया था। परिजन का मानना है कि मानसिक संतुलन ठीक नहीं होने से उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारणों का खुलासा होगा। इस दौरान पेड से महिनो पूर्व लटकने होने के कारण मृतक के शरीर पर सिर्फ कंकाल ही शेष बचा था। सोनहत थाने में देर शाम शव का पीएम कर परिजनों को सौंप दिया गया।
सरपंच को जिम्मेदारी सौंप लौट गई पुलिस: जिसके बाद बुधवार को शव को आवश्यक पुलिसया कार्यवाही के उपरान्त पेड से उतारा गया। इस दौरान उसके परिजनो ने कंकाल के उपर कपड़ो से उसकी पहचान की । घ्?टना स्थल से सोनहत स्वास्थ्य केन्द्र की दूरी लगभग 30 किलो मीटर होने के बाद भी शव वाहन नही बुलाया गया । थानेदार ने सरपंच को शव अस्पताल पहुंचाने कहा और लौट आए जबकि सरपंच ने कोई व्यवस्था नहीं की।
इनका कहना है
बंशीपुर के सरपंच ने कहा था कि पिकअप से लाश को सोनहत अस्पताल तक पहुंचाएंगे, सरपंच ने ऐसा नहीं किया है तो उसने हमें धोखा दिया है इसकी जानकारी ली जाएगी।
आरएस पैकरा, थाना प्रभारी सोनहत