मुंबई: अच्छी यूनिवर्सिटी या कॉलेज से एमबीए करके हर शख्स का सपना या तो किसी बड़ी कंपनी में नौकरी पाने के होता है या फिर कोई बिज़नेस करने का, या...
मुंबई: अच्छी यूनिवर्सिटी या कॉलेज से एमबीए करके हर शख्स का सपना या तो किसी बड़ी कंपनी में नौकरी पाने के होता है या फिर कोई बिज़नेस करने का, या अपना कोई फॅमिली बिज़नेस ज्वाइन करने का।
लेकिन मुनाफ कपाडिया की जिंदगी की राह के लिए मंजिल तलाश लेने की परिभाषा कुछ और ही है।
इन्होने भी एमबीए की पढाई के बाद भारत के बाहर बड़ी कंपनियों में जॉब के लिए ट्राई किया। इनकी खुशकिस्मती थी कि गूगल में मुनाफ को नौकरी करने का मौका भी मिल गया।
साल 2011 में मुनाफ ने गूगल में सेल्स डिपार्टमेंट में ज्वाइन किया था लेकिन जल्द ही इस नौकरी को छोड़ दिया और मुंबई में आकर समौसे की दुकान खोल ली।
आज मुनाफ की दुकान का टर्नओवर 75 लाख रुपए है।
इस बारे में बात करते हुए मुनाफ बताते हैं कि करीब दो साल पहले जब उनकी दादी की मृत्यु हो गई तो उनकी माँ इसके बाद काफी परेशान रहने लगी।
घर पर उन्हें सारा दिन इतना काम भी नहीं होता था, इससे वह और भी परेशान होने लगी। उन्ही हालत देख मैंने सोचा की उन्हें किसी भी तरह बिजी करना होगा।
तब मैंने अपने कुछ दोस्तों को ईमेल और मैसेज कर घर पर बुलाया और मम्मी के हाथ का बना खाना खिलाया। उन्हें मम्मी के हाथ का बना खाना पसंद आया बस वहीं से मैंने इस काम को करने का मन बना लिया।
मुनाफ समोसे की खासियत के बारे में बताते हैं कि ऐसे तो मेरी माँ बहुत सी टेस्टी डिशेज बनाती हैं लेकिन उनकी सबसे ख़ास डिश है मटन कीमा समोसा जो लोगों को बहुत पसंद आया। बस वहीं से शुरू कर दिया सफर। इन्होंने अपनी फर्म को नाम दिया ‘द बोहरी किचन’।
मुनाफ बताते हैं उनके साथ पांच लोग काम कर रहे हैं और उनकी कंपनी का सलाना टर्नओवर 75 लाख का है। जिसे वह आने वाले सालों में 3 से 5 करोड़ तक पहुंचाना चाहते हैं। मुनाफ की स्टोरी और उनका काम इतना फेमस हुआ कि फोर्ब्स ने अंडर 30 अचीवर्स की लिस्ट में उनका नाम शामिल कर लिया है।