वसीम अकरम त्यागी चेतन भगत ने ट्वीट करके कहा कि जब जुनैद की हत्या हुई तो मीडिया ने कहा कि मुस्लिम होने की वजह से हत्या हुई और अब मीडिया...
वसीम अकरम त्यागी
चेतन भगत ने ट्वीट करके कहा कि जब जुनैद की हत्या हुई तो मीडिया ने कहा कि मुस्लिम होने की वजह से हत्या हुई और अब मीडिया यह नही कह रहा है अमरनाथ जा रहे यात्रियो पर हिन्दू होने की वजह से हमला हुआ।
समझ मे यह नही कि कोई पढा अनपढ आदमी ऐसा कहे तो उसकी बात को समझा जा सकता है। मगर एक आईआईटी क्वालिफाई इंसान जब मान्यता प्राप्त जाहिलो की तरह बात करता है तो बहुत अफसोस होता है। अव्वल तो जुनैद की हत्या पय मीडिया ने ऐसा कुछ नही किया जैसा चेतन ने ट्वीट करके आरोप लगाया है क्योंकि मीडिया जुनैद की हत्या को सीट का झगड़ा बताने पर तुला हुआ था।
इसके अलावा जितने यात्री ट्रेन के कोच मे थे उनमें से एक ने भी जुनैद को नही बचाया बल्कि जब जब वह बचने के लिये अपनी मौत का तमाशा देख रहे लोगो की तरफ जाता तो वे उसे धकेल कर हत्यारो की तरफ धकेल दिया करते थे। लेकिन जब अमरनाथ यात्रियो पर हमला हुआ तो गाड़ी चला रहे सलीम शेख ने सूझ बूझ का परिचय देते हुऐ गाड़ी की स्पीड तेज कर दी और गाड़ी सीधे मिलिट्री बेस पर ले जाकर रोक दी। चेतन भगत और इस देश के इंसानियत रखने वाले लोगो को सलीम शेख को पलको पर बैठाना चाहिये। लेकिन उल्टा हो रहा है आतंकवादी हमले को मुस्लिम हमला बताने की कोशिशें तेजी से हो रही हैं।
चेतन भगत जैसे लोग इस बहाने जुनैद की हत्या और उससे पहले की गईं मुसलमानो की हत्याओं को तर्कसंगत ठहरा रहे हैं। सोशल मीडिया पर बैठे प्रोफेशनल दंगाई अमरनाथ हमले के बहाने फिर एक आतंकी भीड़ तैयार कर रहे हैं। उन्हें न तो पूरी बस की जान बचाने वाले सलीम शेख की हिम्मत से मतलब है और न ही मरने यात्रियो से क्योंकि वे यही चाहते थे कि हमला हो ताकि इस बहाने राजनीति को गरमाया जा सके नफरत की दुकान को नफरत की फैक्ट्री मे तब्दील किया जा सके।