देश भर में गाय के नाम पर रही हत्या के विरोध में जमियत उलेमा-ए-हिन्द की तरफ से अहमदाबाद में रविवार को एक विशाल प्रोटेस्ट मार्च निकाला गया। यह...
देश भर में गाय के नाम पर रही हत्या के विरोध में जमियत उलेमा-ए-हिन्द की तरफ से अहमदाबाद में रविवार को एक विशाल प्रोटेस्ट मार्च निकाला गया।
यह प्रोटेस्ट मार्च लाल लाल दरवाज़ा इलाके में निकाला गया। वहीँ, दिलचस्प बात यह हुई कि इस प्रोटेस्ट मार्च में दलित समुदाय के लोगों ने भी हिस्सा लिया और गौ-आतंक के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलंद की।
मार्च में सैकड़ों की तादाद में शामिल लोगों ने अपने हाथों में प्लेकार्ड्स लिए हुए थे जिसपर पीएम मोदी चुप्पी तोड़ो, गाय बनो-सुरक्षित रहो, NotInMyName जैसे मैसेज लिखे थे।
इसके अलावा, प्रोटेस्ट मार्च में आए बच्चों और युवाओं ने कैप पहनी हुई थी जिसपर ‘ मैं जुनैद हूँ’ लिखा हुआ था।
जमियत के मुफ़्ती अब्दुल कय्यूम मंसूरी ने कहा कि यह प्रोटेस्ट सिर्फ़ मुसलमानों के लिए नहीं, बल्कि भारत के संविधान और इंसानियत की हिफाज़त के लिए निकाला गया है।
उन्होंने कहा कि आज मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है. कल दूसरे समुदायों को भी निशाना बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में गृह युद्ध जैसे हालात पैदा करने की कोशिश की जा रही है। धर्म और जाति के नाम पर लोगों को बांटने की साजिश की जा रही है।
इस दौरान दलित कार्यकर्ता डॉक्टर जयंती ने कहा कि दलितों के प्रोटेस्ट मार्च में शामिल होने की एक वजह यह है कि हमें गौरक्षकों ने निशाना बनान शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि हम बीते साल हुए ऊना काण्ड के बाद से ही लगातार प्रोटेस्ट कर रहे हैं।