शुक्रवार रात जब सागर रेंज के आईजी सतीश सक्सेना ने जबलपुरनाका चौकी में पदस्थ पुलिसकर्मी को अपना परिचय देकर बात की तब भी पुलिसकर्मी ने उन्...
शुक्रवार रात जब सागर रेंज के आईजी सतीश सक्सेना ने जबलपुरनाका चौकी में पदस्थ पुलिसकर्मी को अपना परिचय देकर बात की तब भी पुलिसकर्मी ने उन्हें बड़े ही बेतुके ढंग जवाब देते हुए कह दिया कि कौन सा आईजी, कहां का आईजी। इसके बाद उस समय ड्यूटी पर मौजूद दो हवलदारों को एसपी ने सस्पेंड कर दिया है।
वाक्या शुक्रवार रात करीब दस बजे जबलपुरनाका चौकी का है। दो हवलदार मुफीस खान और हरिकांत श्रीवास्तव ड्यूटी पर थे। इसी बीच बंडा निवासी हाकम सिंह नामक युवक आवेदन लेकर पहुंचा। उसने बताया कि बिसनाखेड़ी में उसकी बहन राजकुमारी को ससुराल वालों ने केरोसिन डालकर आग लगा दी है। उसकी हालत नाजुक है। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया है वह उसकी एमएलसी करा दे। युवक के पास एक आवेदन था जो वह पुलिस को देना चाह रहा था, लेकिन दोनों हवलदारों ने उस युवक से आवेदन नहीं लिया और उससे कहा कि मामला नोहटा थाने का है वह वहां चला जाए। युवक ने काफी अनुरोध किया, लेकिन पुलिस ने उसकी नहीं सुनी और उसे अपशब्द भी कहे।
फिर आईजी से की शिकायत
रात में जब पुलिसकर्मी ने उसकी बात नहीं सुनी और उसे अपशब्द कहे तो उसने सीधे सागर रेंज के आईजी सतीश सक्सेना को फोन लगा दिया और बताया कि वह बंडा के घोगरा गांव का रहने वाला है और वहां के विधायक हरवंश सिंह का विधायक प्रतिनिधि है। उसने बताया कि वह दमोह में है और अभी देहात थाना की जबलपुरनाका चौकी में खड़ा है।
बिसनाखेड़ी गांव में उसकी बहन की ससुराल है, जहां ससुराल वालों ने उसे केरोसिन डालकर आग लगा दी है। वह गंभीर है जिसे जिला अस्पताल में भर्ती किया है। अब चौकी में आवेदन लेकर आया है, लेकिन यहां पुलिसकर्मी उसका आवेदन नहीं ले रहे। इस पर उस युवक ने आईजी से कहा कि वह बात कर लें, जैसे ही आईजी ने हवलदार से बात की तो कुछ ऐसा हुआ जो शायद पहले कभी नहीं हुआ होगा।