पटना : नोटबंदी के बाद पाकिस्तान से आनेवाले जिस नकली नोटों का कारोबार तकरीबन पूरी तरह ध्वस्त हो गया था. उसके अब फिर से पनपने की आशंका जता...
पटना : नोटबंदी के बाद पाकिस्तान से आनेवाले जिस नकली नोटों का कारोबार तकरीबन पूरी तरह ध्वस्त हो गया था. उसके अब फिर से पनपने की आशंका जतायी जा रही है. डीआरआइ (डॉयरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस) की टीम ने रविवार को नेपाल सीमा से पहले बेतिया के स्टेशन चौक से तस्कर सोजेबुल शेख को 78 हजार रुपये के जाली नोटों के साथ गिरफ्तार किया. सभी नोट दो हजार के नये रुपये में हैं. इसका सबसे उल्लेखनीय पहलू यह है कि ये सभी नोट पाकिस्तान में छपे हुए थे और वहां से नेपाल के रास्ते बाजारों में खपाने के लिये बिहार लाये गये थे. यह पहला मामला है, जब पाकिस्तान में छपे हुए नये नकली नोटों की खेप पकड़ी गयी है.
इससे पहले पुराने नोटों की ही खेप पकड़ी जाती थी. नोटबंदी के बाद फिर से पाकिस्तान से नये नोटों की तस्करी शुरू होने की आशंका प्रबल हो गयी है. शुरुआती पूछताछ में तस्कर ने यह बताया कि अब नकली नोट छपने के बाद पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते भारत नहीं आ रहे हैं. बल्कि, पाकिस्तान से बांग्लादेश और फिर पश्चिम बंगाल होते हुए बिहार और शेष भारत में सप्लाइ हो रहे हैं.
पहले भी जा चुका है जेल : पकड़ा गया तस्कर सोजेबुल पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के कलियाचक थाना क्षेत्र के मोहब्बतपुर गांव का रहनेवाला है.
इससे पहले वह मुजफ्फरपुर में तीन लाख, 98 हजार रुपये के नकली नोट के साथ 2014 में गिरफ्तार हो चुका है. उस समय उसे जेल भेज दिया गया था. वह जनवरी, 2017 में ही छूट कर बाहर आया था और फिर से तस्करी के धंधे में जुट गया. डीआरआइ की पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकारते हुए तस्करी के एक बड़े नेटवर्क की भी जानकारी दी है. इस आधार पर आगे की छानबीन चल रही है. कई स्थानीय तस्करों की फिलहाल तलाश चल रही है, जो इससे जुड़े हुए हैं.