कुमार सौवीर लखनऊ : देश की प्रमुख उद्योगपति और पद्मश्री से सम्मानित शोभना भरतिया केअखबार में जवानी जिन्दाबाद का नारा सरगर्म होकर बिलकु...
कुमार सौवीर
लखनऊ : देश की प्रमुख उद्योगपति और पद्मश्री से सम्मानित शोभना भरतिया केअखबार में जवानी जिन्दाबाद का नारा सरगर्म होकर बिलकुल हरहरा रहा है। देश की आजादी की लड़ाई में अपना योगदान करने के लिए महान उद्योगपति घनश्याम दास बिड़ला ने हिन्दुस्तान अखबार शुरू किया था, लेकिन आजकल इस अखबार की लगाम थाम कर हुचुक-हुचुक रपटे जा रहे शशि शेखर की कम्पनी के चेलों ने पत्रकारिता को लिंग-वर्द्धक यंत्र के प्रचार से ओतप्रोत कर दिया।
ताजा मामला है वाट्सऐप पर बने एडीटर्स ऐंड जर्नलिस्ट। इस समूह में यूपी के बड़े पत्रकार, सम्पादक, रिपोर्टर, नेता, अधिकारी वगैरह हैं। कहने की जरूरत नहीं कि इसमें महिलाएं भी खासी तादात में शामिल हैं। इस समूह के प्रशासक हैं सहारा इंडिया के कलानिधि मिश्र और सुमित अवस्थी। इस समूह में हिन्दुस्तान समूह के कई दिग्गज पत्रकार भी शामिल हैं, जिसमें उमेश रघुवंशी, राजीव बाजपेई, रचना सरन, हर्षवर्द्धन शाही, गोलेश स्वामी, आनन्द सिन्हा वगैरह-वगैरह।
पिछले 21 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ में योग-शिविर में शिरकत की थी। भारी भीड़ जुटी। इसकी खबरें और फोटो वगैरह भी वायरल हुए। सभी सम्बन्धित पत्रकारों ने इस पर कवरेज की। हिन्दुस्तान के पत्रकार इस अभियान में जी-जान से जुटे थे। मकसद था कि मोदी के लिए मक्खनबाजी। लेकिन बाजी मार ली ब्यूरो चीफ आनन्द सिन्हा ने। दीगर बात है कि यह बाजी उलटी हो गयी।
हुआ यह कि 22 जून की सुबह आनन्द सिन्हा ने मोदी के योग शिविर की खबर के तौर पर जो फोटो भेजी, वह इस शिविर के बजाय, नंगी युवतियों की थी। ऐसी नंगी युवतियों की यह फोटोज बैंकाक, थाईलैंड और पटाया जैसे इलाके के ऐयाश इलाकों की थी, जहां देह-व्यापार राष्ट्रीय व्यवसाय के तौर पर स्वीकृत और प्रचलित है। ऐसी नंगे कार्यक्रम भारी महंगे बताये जाते हैं।
यह फोटो तो पूरी तरह नंगी थी, लेकिन हमने शालीनता का पूरा ध्यान रखा और उस फोटो पर एक लाल पट्टी लगा दी है। ताकि हमारे पाठक असहज न महसूस करें। साभार मेरी बिटिया डॉट कॉम