सब कुछ अपने आप हो रहा था। कोई गेंती-फावड़ा लेकर गड्ढा खोद रहा था तो कोई तगारी हाथ में लेकर मिट्टी डाल रहा था। कोई उन गड्ढों में ‘संकल्प का...
सब कुछ अपने आप हो रहा था। कोई गेंती-फावड़ा लेकर गड्ढा खोद रहा था तो कोई तगारी हाथ में लेकर मिट्टी डाल रहा था। कोई उन गड्ढों में ‘संकल्प का रोपण यानी पौधरोपण कर रहा था तो कोई उन रोपे हुए पौधों को जल से सींच रहा था।
मौका था कॉमर्स कॉलेज मैदान में राजस्थान पत्रिका व एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट की ओर से आयोजित सघन पौधारोपण अभियान का। करीब दो घंटे तक चले इस अभियान में देश के कोने-कोने से आए 3000 विद्यार्थियों व 150 फैकल्टी व अन्य लोगों ने 1 हजार से अधिक पौधे रोपे। इस दौरान सभी का उत्साह देखते ही बन रहा था। मुख्य अतिथि नगर विकास न्यास अध्यक्ष रामकुमार मेहता ने राजस्थान पत्रिका एवं एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण जागरूकता की यह गंगोत्री ऐसे ही बहती रही तो वो दिन दूर नहीं जब पूरे कोटा की पहचान एजुकेशन सिटी के साथ ग्रीन सिटी के रूप में होगी। मेहता ने पौधों को सींचने के लिए बोरवेल और सबमर्सिबल पम्प लगाने की घोषणा की। इस मौके पर राजस्थान पत्रिका के सम्पादकीय प्रभारी विजय चौधरी, कॉमर्स कॉलेज के प्राचार्य डॉ. कपिलदेव शर्मा व कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल भी मौजूद रहे।
पौधा उगाओ-जिंदगी बचाओ
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक राजेश माहेश्वरी ने कहा कि पेड़-पौधे धरती का शृंगार हैं। स्वच्छ वातावरण की नींव इन्हीं पर निर्भर है। बिना हरियाली पर्यावरण संरक्षण नहीं किया जा सकता। पेड़ हमें मुफ्त में ऑक्सीजन देते हैं, जानलेवा कार्बन डाई ऑक्साइड अवशोषित करते हैं।