भारतीय कोच पद के लिए चल रही जद्दोजिहद और विवाद मीडिया में तो पहले से ही छाया हुआ था लेकिन अब दादा ने कुछ ऐसा कह दिया है कि कोच पद को लेक...
भारतीय कोच पद के लिए चल रही जद्दोजिहद और विवाद मीडिया में तो पहले से ही छाया हुआ था लेकिन अब दादा ने कुछ ऐसा कह दिया है कि कोच पद को लेकर मानकों की असली सच्चाई बाहर आ गई है. सलाह समिति के सदस्य और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने 10 जुलाई को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मीडिया से बातचीत की.
उन्होंने कहा कि BCCI की सलाहकार समिति कोच पद के उमीदवारों का इंटरव्यू लेगी और सभी को अपनी बात रखने का पूरा मौका दिया जायेगा हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कोच चुनने से पहले विराट की पसंद का पूरा ध्यान रखा जायेगा. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कोच चुनते समय विराट की पसंद का ख्याल रखने में कोई हर्ज भी नहीं है.
10 जुलाई को प्रेस कांफ्रेंस करते हुए दादा ने सलाहकार समिति की ओर से अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि कोच का काम कप्तान के साथ मिलकर टीम को निर्देशित करना होता है. हम किसी को भी चुने लेकिन अंततः उस व्यक्ति को विराट कोहली के साथ काम करना है, इसलिए समिति का मानना है कि BCCI को कोच चुनने से पहले कप्तान की राय जरूर लेनी चाहिए.
हमें विराट की राय को महत्त्व देने में कोई दिक्कत नहीं है क्योंकि आखिर में कप्तान और कोच को साथ में काम करना है. घरेलू क्रिकेट में अपनी टीम छोड़ आखिर क्यों भाग रहे है सभी बड़े सितारे?
सौरव गांगुली लम्बे समय तक BCCI से जुड़े रहे हैं. उन्होंने कहा कि BCCI एक अच्छा संगठन है. यहां कानून से जुड़े मसले बहुत अच्छी तरह हल होते हैं, इस संस्थान में फिलहाल कोई कमी नहीं है. फिलहाल BCCI पूरी तरह ठीक है.