आए दिन अख़बारों, टीवी चैनलों पर रेप, गैंगरेप और घरेलू हिंसा की घटनाएं नज़र आती हैं लेकिन हम चाहकर भी नहीं कुछ कर पाते। हम बस इनके खिलाफ ...
आए दिन अख़बारों, टीवी चैनलों पर रेप, गैंगरेप और घरेलू हिंसा की घटनाएं नज़र आती हैं लेकिन हम चाहकर भी नहीं कुछ कर पाते। हम बस इनके खिलाफ आंदोलित-आक्रोशित होने के अलावा कुछ नहीं कर पाते।जिन महिलाओं के साथ अपराध होता है उनके बारे खुद सबकुछ सामने आ जाता है लेकिन जो महिलाएं हर दिन इस समाज झेलती है और फिर इसका सामना लोकलाज के डर से करती हैं वो कभी उस घूरने वाले के ‘रेपिस्ट’ या ‘एसिड अटैकर’ बन जाने के आवाज नहीं उठाती हैं।आज सोशल मीडिया पर एक ऐसा ही वीडियो सामने आया है जो समाज के उन वाहियात मानसिकता वाले लोगों को एक अलग तरीके से दर्शाने की कोशिश कर रहा है|
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जो समाज के वाहियात मानसिकता वाले लोगों को एक अलग तरीके से दर्शाने की कोशिश कर रहा है|
आए दिन अख़बारों, टीवी चैनलों पर शारीरिक शोषण और घरेलू हिंसा की घटनाएं नज़र आती हैं लेकिन हम चाहकर भी नहीं कुछ कर पाते। हम बस इनके खिलाफ आंदोलित-आक्रोशित होने के अलावा कुछ नहीं कर पाते। इस देश में महिलाओं को जिंदा रहने की शर्त ही यह है कि इस तरह का व्यवहार बर्दाश्त करना पड़ता है।इस वीडियो में दिखाया गया है कि एक लड़की जिसका नाम आना है कि आम दिन की तरह दफ्तर के लिए घर से निकलती है और फिर उसकी परेशानी वही से शुरू हो जाती है आगे इस विडियो में कुछ ऐसा दिखाया गया है की लोगो को शर्म आ जाए ।
‘स्ट्रिप्ड’ (Stripped) नाम से यह शॉर्ट फिल्म तैयार की गई है ये आना नामक लड़की की कहानी है, जो आधुनिक कामकाजी लड़की है। लेकिन जब भी उसे पुरुषों की वाहियात नज़रों का शिकार होना पड़ता है, वह पीड़ित कैसा महसूस करती है इसे दिखाया गया है।