नई दिल्ली: आज जम्मू कश्मीर पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी संदीप शर्मा को गिरफ्तार किया। संदीप उत्तर प्रदेश के मुजफ्ऱफ़रनगर का रहने वाला ...
नई दिल्ली: आज जम्मू कश्मीर पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी संदीप शर्मा को गिरफ्तार किया। संदीप उत्तर प्रदेश के मुजफ्ऱफ़रनगर का रहने वाला था।
लश्कर-ए-तैयबा समूह का सक्रिय सदस्य रहा है। जिसके खिलाफ पुलिस के पास सब सबूत हैं।
लश्कर-ए-तैयबा संदीप का अकसर इस्तेमाल करता था और वह इस बात का पूरा फायदा उठा रहा था कि वह यहां का स्थानीय व्यक्ति नहीं है।
लेकिन सोचने के बात ये है कि ये शख्स मुस्लिम नहीं बल्कि हिन्दू है। क्या उसका हिन्दू होना उसे सजा दिलाएगा या वह भी समीर सरदाना की तरह फाइलों में ही सजा पाएगा या कहीं गायब हो जायेगा। क्या हिन्दू शख्स को आतंकी होने का भी फायदा मिल सकता है ? या फिर संदीप को भी मुस्लिम करार कर दिया जाएगा।
आपको याद नहीं है तो हम एक नजर रिटायर्ड मेजर जरनल के बेटे समीर सरदाना, जिसे 4 फरवरी 2016 को आईएसआईएस से संबंध रखने के आरोप में गोवा से सबूतों सहित गिरफ्तार किया गया था।
लेकिन बीजेपी समर्थक मीडिया चैनलों और मोदी सरकार को शायद ये बात हजम नहीं हुई। जिसके चलते कुछ न्यूज़ चैनल्स ने उसे मुस्लिम बताने की नाकाम कोशिश की। फिर ज़ी न्यूज़ ने घोषित किया कि ‘समीर सरदाना था तो नाम से हिंदू पर इस्लाम घर्म को ही मानता था।’
कुछ दिन बाद इस खबर को न्यूज़ चैनलों ने दिखाना बंद कर दिया और समीर सरदाना का नाम दबा दिया गया। लेकिन अगर उसकी जगह कोई मुस्लिम होता तो पूरी कौम का नाम उछाला जाता।
हो सकता है जल्दी ही संदीप शर्मा को या मुस्लिम घोषित कर दिया जायेगा, या मानसिक रोगी।