खान अशु मन्त्री डॉ नरोत्तम मिश्रा और राजेंद्र भारती सीरियल का नेक्स्ट और ताजातरीन एपिसोड मन्गलवार को जबलपुर हाइकोर्ट परिसर में फिल्माय...
खान अशु
मन्त्री डॉ नरोत्तम मिश्रा और राजेंद्र भारती सीरियल का नेक्स्ट और ताजातरीन एपिसोड मन्गलवार को जबलपुर हाइकोर्ट परिसर में फिल्माया गया... अदालत परिसर की रोजाना की सरगर्मी में चार गुना ज्यादा तापमान मौजूद था... नेता, वकील, आमजन, नेशनल से लेकर प्रादेशिक और लोकल मीडिया तक हाजिर...
मन्त्री जी आए नहीं और भारती जिन नामवर वकीलों का दम्भ भर रहे थे वे जबलपुर आने से कतरा गए... भारती ने नया राग अलापा, प्रदेश की कानून व्यवस्था को ही कटघरे में खड़ा कर दिया... केस को दिल्ली ले जाने की दीगर वजुहात पर पर्दा डालने की कोशिश करते हुए आरोप प्रदेश सरकार के अदालती फैसलों पर तारी रहने वाले रसूख का रोना उन्होंने रोया, लेकिन अदालत से लेकर सियासत तक और मीडिया से लेकर अवाम तक यह जानती है कि सिब्बल, तन्खा जैसे नामवर वकीलों की शरण में केस लड़ने की उनकी मन्शा काफी महंगी साबित हो सकती है... लम्बे समय तक चलने वाली कानूनी पेचीदगियां और इन 'रईस' वकीलों को तारीख दर तारीख जबलपुर बुला पाने की न भारती की कुवत और न ही वकील साहेबान के पास इतना समय और आस्था कि इसके लिए अपने अनुभव का इनवेस्टमेन्ट करें।
सारी ऊहापोह के बीच विधानसभा अध्यक्ष जी ने राहतबख्श बयान उछाला है। डॉ मिश्रा को राष्ट्रपति चुनाव में मतदान के लिए योग्य करार देते उन्होंने तर्क दिया है कि आयोग का काम सिफारिश और अनुशन्सा करना है। उसका पालन और लागू किए जाने की जिम्मेदारी किसी और की है। दो हफ्तो के लिए टली सुनवाई के बीच जहाँ 17 जुलाई के मतदान की कश्मकश बढ़ती नजर आ रही थी, शर्मा जी के बयान से माहौल कुछ डॉ मिश्रा के पाले में सरकता नजर आने लगा है। कोविन्द जी लिए किए जाने वाले हवन (मतदान) में मिश्रा जी की आहुति (मत प्रयोग) हो जाएगा या नहीं, तय होने के लिए एक-दो दिन का समय लग सकता है।
प्याज पार्टी....
भोजनावकाश के दौरान मित्र हाजी मुइन ने खाने की दावत दी। नवीन, आकाश और सूरज भी अपने टिफिन बाक्स के साथ हाजिर। एक-एक कर डिब्बे खुले, महकती रोटियां, पराठे, पूरियां और भूख बढ़ाती सब्जियों की कई वेराटिया सामने जमा। लेकिन हर डिब्बे से निकलने वाली जो एकरूपता थी, तो वह प्याज में। सवाल किया नहीं गया, लेकिन जवाब खुद ही आ गया, इससे सस्ता जनता के लिए कुछ नहीं बाजार में, जो सरकार के काफी महंगी साबित हो चुकी है ...!