बॉम्बे हॉस्पिटल की गाइनोकोलाजिस्ट नीरजा पौराणिक बताती है पीरियड्स के दौरान पेन होना नॉर्मल बात है। लेकिन यह पेन जब बढ़ जाता है तो कई महिलाएं...
बॉम्बे हॉस्पिटल की गाइनोकोलाजिस्ट नीरजा पौराणिक बताती है पीरियड्स के दौरान पेन होना नॉर्मल बात है। लेकिन यह पेन जब बढ़ जाता है तो कई महिलाएं पेनकिलर्स लेने लगती हैं। इसे लेते समय कुछ बातों का ध्यान रखना काफी जरूरी होता है, नहीं तो प्रॉब्लम और बढ़ सकती है।
1- अगर पीरियड्स के दौरान तेज दर्द होता है तो पेनकिलर का माइल्ड डोज लेने से आराम मिलता है। अगर आप का दर्द भर भी कम न हो तो आप किसी डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।
2-तेज पेट दर्द की ज्यादातर शिकायत तीन एज में होती है लेकिन यह बढ़ती उम्र के साथ साथ काम होने लगता है। इसीलिए बढ़ती उम्र के साथ पेन किलर अवॉइड करना ही आप के लिए बेहतर है।
3-अगर आप पेट के दर्द से ज्यादा परेशान हैं तो और इससे बचने के लिए दो से ज्यादा पेन किलर ले रहे हैं तो इससे आप को साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।इससे और भी कई तरह की प्रॉब्लम होने लगती हैं ।
1- अगर पीरियड्स के दौरान तेज दर्द होता है तो पेनकिलर का माइल्ड डोज लेने से आराम मिलता है। अगर आप का दर्द भर भी कम न हो तो आप किसी डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।
2-तेज पेट दर्द की ज्यादातर शिकायत तीन एज में होती है लेकिन यह बढ़ती उम्र के साथ साथ काम होने लगता है। इसीलिए बढ़ती उम्र के साथ पेन किलर अवॉइड करना ही आप के लिए बेहतर है।
3-अगर आप पेट के दर्द से ज्यादा परेशान हैं तो और इससे बचने के लिए दो से ज्यादा पेन किलर ले रहे हैं तो इससे आप को साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।इससे और भी कई तरह की प्रॉब्लम होने लगती हैं ।