देश में बीजेपी समर्थक कई मीडिया चैनल चल रहे हैं लेकिन टाइम्स नाउ ने हमेशा से पीएम मोदी और बीजेपी के तलवे चाटने में कोई कमी नहीं छोड़ी। ...
देश में बीजेपी समर्थक कई मीडिया चैनल चल रहे हैं लेकिन टाइम्स नाउ ने हमेशा से पीएम मोदी और बीजेपी के तलवे चाटने में कोई कमी नहीं छोड़ी।
पीएम मोदी के चहेते पत्रकार हालांकि वहां से अलविदा ले चुके हैं लेकिन फिर भी टाइम्स नाउ बीजेपी को फायदा होने वाली खबर को चलाकर टाइम्स नाउ शायद अपनी टीआरपी में भी इजाफा करने से नहीं चूकता। फिर चाहे वो खबर फर्जी ही क्यों न हो।
टाइम्स नाउ ने 3 जुलाई को ट्वीट कर दावा किया कि, केरल में चिकनगुनिया के बढ़ते मामले को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ बीजेपी और केरल स्टूडेंट यूनियन के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।
टाइम्स नाउ ने अपनी रिपोर्ट के चैनल ने केरल में चिकनगुनिया के मामले सामने आने पर बिगड़ती स्थिति के बारे में बताते हुए कई लोगों की मौत होने की जानकारी दी।
चैनल ने दावा किया कि केरल की जनता में राज्य सरकार को लेकर काफी नाराजगी है। इस मामले में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने बेरहमी से पिटाई की। इसमें बीजेपी कार्यकर्ताओं को लगे चोटें भी दिखाई गई।
लेकिन जब इस खबर की सच्चाई सामने आई तो पता चला कि टाइम्स नाउ ने जिस प्रदर्शन को टाइम्स नाउ ने बीजेपी का प्रदर्शन बताया था दरअसल वह बीजेपी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन था ही नहीं। उसमें सिर्फ केएसयू के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया था।
ये मामला सामने आने के बाद चैनल ने यूट्यूब से इस वीडियो को डिलीट कर दिया है। यह वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस टाइम्स नाउ पर पक्षपात का आरोप लगा रही है।