नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद आखिर कितनी रकम RBI के पास आई है, इस बात का खुलासा जल्द ही होने जा रहा है। अब तक सरकार और आरबीआई ने इस मामले मे...
नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद आखिर कितनी रकम RBI के पास आई है, इस बात का खुलासा जल्द ही होने जा रहा है। अब तक सरकार और आरबीआई ने इस मामले में चुप्पी साधी थी। लेकिन अब बताया जा रहा है कि आरबीआई इस मामले में जल्दी ही जवाब दे सकता है। कहा जा रहा है कि आरबीआई इस महीने अपने ऑडिटर्स के साथ एक जरूरी मीटिंग करने जा रहा है। इस मीटिंग में ये बात साफ हो जाएगी कि कितनी रकम के नोट वापस नहीं लौटाए गए हैं। जब तक ‘मिसिंग नोटों’ का पता नहीं चलेगा, तब तक आरबीआई 30 जून 2017 को खत्म होने वाले वित्त वर्ष की बैलेंस शीट तैयार नहीं कर पाएगा।
अब आपको बताते हैं कि आखिर आरबीाई की अकाउंट पॉलिसी क्या कहती है। दरअसल जो नोट सर्कुलेशन में हैं, उन्हें लायबिलिटी कहा जाता है। इसके अलावा बॉन्ड और विदेशी मुद्रा को बैलेंस शीटPIC 1- आरबीआई, RBI में एसेट्स कहा जाता है। इस बैलेंस शीट को तैयार करने से पहले आरबीआई को ये लिखना होगा कि आखिर कितनी रकम के पुराने नोट बैंकों के जरिये वापस नहीं हुए।
आपको बता दें कि 8 नवंबर 2016 को पीएम मोदी देश की जनता के सामने आए थे। इसके साथ ही उन्होंने ऐलान कर डाला था कि 8 नवंबर की रात 12 बजे के बाद से देशभर में 500 और 1000 के नोट Modi, urjit Patel, आरबीआई, RBIबैन कर दिए जाएंगे। इसके बाद पूरे देश में हड़कंप मच गया था। नोटबंदी के ऐलान के बाद ये कहा जा रहा था कि बैन किए गए बहुत ज्यादा नोट बैंकिंग सिस्टम में वापस आए हैं।
सरकार ने दावा किया था कि नोटबंदी के बाद से टैक्स देने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही विपक्ष ने आरोप लगाया था कि इससे काले धन में कमी नहीं आई है क्योंकि ज्यादा नोट बैंकिंगRBI-Mumbai, आरबीआई, मोदी, RBI सिस्टम में वापस आ गए हैं। एक रिपोर्ट कहती है कि ये रकम करीब 25,000 करोड़ रुपये है। अब देखना है कि RBI इस बारे में क्या ऐलान करता है।