कश्मीर में घुसे 7 खतरनाक आतंकी दे सकते हैं पुलवामा जैसे हमले को अंजाम, हाई अलर्ट
जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद राज्य में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों के जवान तैनात हैं। आर्टिकल 370 हटने के बाद पहली बार वहां की आवाम बकरीद मनाने के लिए तैयार है। ईद के मौके को देखते हुए राज्य में लगे कर्फ्यू में ढील दी जा रही है, लेकिन जवान घाटी में तैनात जवान हर गतिविधि पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।
ईद के मौके पर कश्मीर की बड़ी मस्जिदों में एक साथ बड़ी संख्या में नमाज पढ़ने पर प्राशसन की ओर से रोक लगी हुई है। इसी बीच खुफिया जानकारी के अनुसार आशंका है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के 6-7 आतंकी घाटी में घुसपैठ की है और पुलावामा हमले जैसी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं।
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हट गया है और आज घाटी की यह पहली बकरीद है। कश्मीर घाटी में कई जगहों से धारा 144 खत्म कर दी गई है और मोबाइल सेवा को शुरू कर दिया गया है। वहीं राज्य के कुछ जिलों जैसे- कश्मीर, पुंछ रजौरी में अभी भी धारा 144 लगी हुई और कर्फ्यू का माहौल बना हुआ है।
बकरीद के मौके पर राज्य में लोगों को ईद की नमाज पढ़ने के लिए इजाजत तो दे दी गई है, लेकिन जो कश्मीर की बड़ी मस्जिदे हैं, वहां पर बड़ी संख्या में लोग एक साथ नमाज नहीं पढ़ सकते हैं। राज्य में लद्दाख में सिक्योरिटी अलर्ट जारी किया गया है और कारगिल में इंटरनेट सेवा को अभी भी शुरू नहीं किया जा सका है।
बॉर्डर के इलाकों में सुरक्षाबल कड़ी निगरानी के साथ तैनात हैं। नौशेरा सेक्टर में रह रहे लोगों का कहना है कि वहां पर नेटवर्क सेवा को शुरू नहीं किया गया है और वे अपने रिश्तेदारों से कई दिनों से बात नहीं कर सके हैं। वहीं राजौरी के लोगों का कहना है कि भारत सरकार ने फैसला सही लिया है, लेकिन अभी भी यहां का माहौल ठीक नहीं हुआ है।