अयोध्या का वो मंजर सोचकर रूह आज भी कांप जाती है- श्याम बाबू
गणेश मौर्य
अंबेडकर नगर: विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष, हिंदुओं व सन्त समाज के सर्वमान्य नेतृत्व कर्ता रहे, अशोक सिंघल को विहिप के प्रांत सत्संग प्रमुख श्याम बाबू के नेतृत्व में टाण्डा विधायक के कैम्प कार्यालय पर उनके पुण्यतिथि पर नम आंखों से श्रद्धांजलि दी।
जिसमे उपस्थित कार्यकर्ताओ के समक्ष अशोक सिंघल के जीवन पर प्रकाश डालते हुए श्याम बाबू ने कहा कि आजादी के बाद का सबसे बड़ा आंदोलन अयोध्या श्री रामजन्म भूमि का रहा है जिसके सूत्रधार नेतृत्वकर्ता रहे सिंघल ने जीवन पर्यन्त समरसता व एक जुटता पर बल दिया।
उन्होंने विभिन्न मत सम्प्रदाय के साधु संतों को एक मंच पर लाकर जिस माहौल के व ताकत का बातावरण बनाया था उसी का परिणाम आज हमारे सामने है कि हिंदुस्तान का स्वर्णिम युग दिखाई दे रहा है। श्री रामजन्मभूमि के निर्माण का मार्ग प्रसस्त होते देख आज उनके सपने को आकार होते देख हम सभी कार्यकर्ता गौरवान्वित है।
आज 90 का उस दशक के बारे में सोचकर रूह कांप जाता है जब सरकार विरोध में था और सिंघल के आवाहन को हम सब स्वीकारते थे और जय श्रीराम का उद्घोष कर आगे बढ़ते थे, न मरने की चिंता न जेल की चिंता बस एक ही धुन श्री रामजन्मभूमि की भव्य मंदिर निर्माण उसके लिए कुछ भी करने को तैयार रहना ही एकमात्र उद्देश्य रहता था।
इस अवसर पर वनबासी कल्याण आश्रम के प्रांतीय प्रमुख सुरेन्द्र,बजरंगदल के जिला संयोजक आलोक चौरसिया, बृजेश मौर्या नगर संयोजक बजरंगदल,दसरथ मांझी,दान बहादुर यादव,रूपेश सिंह,राकेश साहू,आदि मौजूद रहे।