दुनिया के कुछ अजीबोगरीब आइलैंड
आइलैंड का नाम सुनते ही हमारे जेहन में कल्पना होती है हरे-भरे प्राकृतिक नजारों से भरे एक ऐसे द्वीप की जिसके चारों ओर पानी हो. खुबसूरत नज़ारे हों. पर आज हम आपको कुछ ऐसे द्वीपों के बारे में जानकारी देने वाले हैं जो इन सबसे बिल्कुल उलट है. आइए जानते हैं विश्व के कुछ अजीबोगरीब आइलैंड के बारे में.
अभिशापित आइलैंड, इटली (cursed island)
इटली के isola la gaiola island को अभिशापित माना जाता है. इस आइलैंड को जो भी खरीदता है उसके साथ अजीबोगरीब हादसे हो जाते हैं. 1920 में एक स्विस ओनर हेन्स ब्राउन की अचानक मृत्यु के बाद उनकी लाश एक कारपेट में लिपटी मिली. इसी तरह इसके अन्य खरीददारों में से जर्मनी के ओटो ग्रून बैक का दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी, तो एक अन्य खरीददार जो एक व्यापारी थे उन्होंने स्विजरलैंड के एक मेंटल हॉस्पिटल में सुसाइड कर लिया. इस आइलैंड के अंतिम खरीददार को इंश्योरेंस फ्राड के चलते जेल भेजा गया.रेबिट आइलैंड, जापान (Rabbit island)
जापान के Okunoshima island को Rabbit island भी कहा जाता है. यहाँ हजारों की संख्या में खरगोश रहते हैं. दरअसल इस आईलैंड को जापान द्वारा दूसरे विश्व युद्ध में उपयोग होने वाले केमिकल हथियारों को बनाने दी जगह बनाई थी. आईलैंड में 1929 और 1945 के बीच जापान के सैनिकों द्वारा यहां गुप्त रूप से 6 हजार टन जहरीली गैस बनाई गई. इस गैस का परीक्षण करने के लिए ढेर सारे खरगोशों को यहां लाया गया था. अब यह आईलैंड टूरिस्ट रिसोर्ट के लिए लोकप्रिय है.
स्नेक आइलैंड, ब्राजील (Snake island)
स्नेक आयलैंड का असल नाम ilha de queimada grande है. यह ब्राजील के साओ पालो द्वीप का तट है. यहाँ पर गोल्डन लांसहेड सर्प की प्रजाति के सांपो की संख्या इतनी अधिक है कि हर एक वर्ग मीटर में पांच सांप रहते है. इस सांप कि गिनती विशव के सबसे जहरीले सांपो में होती है। इसका अंदाजा बात से लगाया जा सकता है कि इस सांप के काटने के 10 से 15 मिनट के अंतर्गत आदमी की मृत्यु हो जाती है. पूरे ब्राजील में साँपो के काटने से होने वाली मौतों में से 90 प्रतिशत मौतों के लिए यही सांप जिम्मेदार है. वर्तमान में ब्राजील की नेवी ने लोगों के यहां घुसने पर प्रतिबंध लगा रखा है.डॉल आइलैंड, मैक्सिको (Doll island)
मैक्सको सिटी से 17 मील साउथ में Xochimilco canals में एक छोटा सा आइलैंड है जिसका नाम “La Isla de la Munecas” है जिसे डॉल्स आइलैंड (The Island Of dolls) के नाम से जाना जाता है. इस आइलैंड की खास बात यह है कि यहाँ सैकड़ों कि संख्या में डरावनी और टूटी फूटी डॉल्स लटकी हुई है. इस आईलैंड के ऑनर डॉन जूलियन थे. वे इस आईलैंड के बारे में जानने के लिए अपना परिवार छोड़कर यहां रहने आए और तकरीबन 50 साल तक यहीं रहे.इस डॉल्स आइलैंड कि कहानी शुरू होती है, सैन्टाना बर्रेरा नामक एक शख्स से, जो अपना घर परिवार छोड़कर एकाकी जीवन बिताने के लिए इस आइलैंड पर आये थे. उनके यहाँ आने के कुछ दिन बाद, इस आइलैंड पर अपने परिवार के साथ घूमने आयी एक बच्ची की डूबने से मौत हो जाती है. उसकी मृत्यु के कुछ दिन बाद सैन्टाना को उसी जगह पर पानी में तैरती हुई एक डॉल मिली. सैन्टाना उस डॉल को निकालते है उन्हें लगता है कि उस डॉल में उस लड़की कि आत्मा है और यदि वो इसे अपने आइलैंड पर लटका देंगे तो वो आत्मा उन्हें परेशान नहीं करेगी. इसके बाद जब भी उन्हें उस आइलैंड के आस पास कोई भी डॉल मिलती है वो उसे निकालकर अपने आइलैंड पर लटका देते. धीरे धीरे यह संख्या बढ़कर सैकड़ों में पहुंच गयी. 1990 में Xochimilco canals कि सफाई के वक़्त यह आइलैंड लोगो की नज़र में आया, मीडिया में इसकी बाते हुई और लोगो का यहाँ आना जाना शुरू हुआ.
मियाकेजुमा एजू आइलैंड, जापान (Miyakejima Izu island)
जापान में स्थित इस आइलैंड में न्यूक्लियर दुर्घटनाओं के अलावा यहां भूकंप की घटनाएं भी खूब होती है. यहां ओयामा ज्वालामुखी (Oyama Volcano) फूटता रहता है. इसके कारण लोग यहां स्वच्छ सांस भी नहीं ले सकता है. इस आइलैंड पर जिन्दा रहने के लिए हमेशा गैस मास्क लगा के रखना पड़ता है क्योकि यहाँ के वातावरण में ज़हरीली गैसों कि मात्रा सामान्य से बहुत अधिक स्तर तक पहुच गयी है. इस तरह इस द्वीप में एक नहीं बल्कि कई खतरे हैं.राम्री आइलैंड, वर्मा (Ramree island)
Ramree island बर्मा के नजदीक स्थित है. इस द्वीप को गिनीज ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इस बात के लिए जगह मिली है, कि यहां के खतरनाक जानवरों ने सबसे अधिक लोगों को नुकसान पहुंचाया है. इस द्वीप में खारे पानी की कई झीलें हैं और ये खतरनाक मगरमच्छों से भरी हुई हैं.द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जापानी सेना के 1000 जवान ब्रिटिश सैनिकों से बचने के लिए इस द्वीप में पहुंच गए, लेकिन उन में से अधिकतर इस आइलैंड पर रहने वाले खतरनाक मगरमच्छों का शिकार बन गए. कहते है कि आइलैंड से केवल 20 सैनिक ही ज़िंदा वापस आये थे.