श्रीनगर में आतंकियों ने पेट्रोल छिड़ककर दो दुकानों में लगाईं आग
बलवान सिंह
श्रीनगऱ। घाटी के सामान्य होते हालात को देखकर सीमापार बैठे आतंकियों के आका बौखला गए हैं और आए दिन अपने सहयोगी आतंकियों को किसी न किसी वारदात को अंजाम देने का नया फरमान देते हैं। इसी के चलते आतंकियों ने जहां एक ओर शहर के डाउनटाउन इलाके के रजियाकदल में बुधवार की देर रात दो दुकानों में पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी।
दूसरी ओर सोवरा इलाके में फल की कुछ रेहड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया गया। इसके अलावा आतंकियों ने श्रीनगर के डाउन-टाउन, गांदरबल व अनंतनाग में दीवारों पर पोस्टर लगाए जिसमें बंद का फरमान दिया गया है और फरमान न मानने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी जारी की है।
गुरुवार को आतंकियों के बंद का फरमान दरकिनार करके कश्मीर घाटी में दुकानें खुली हुई हैं। सरकारी के साथ ही निजी स्कूलों खुलने से बच्चे ड्रेस पहने हुए स्कूलों की ओर जाते दिखे। इस दौरान पूरी कश्मीर घाटी में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं।
जल्द ही प्रशासन घाटी में ब्राडबैंड सेवा शुरू करने जा रहा है। बुधवार को श्रीनगर के पुराने शहर, गांदरबल और अनंतनाग में आतंकियों के बंद का फरमान जारी करते हुए पोस्टर चिपके देख प्रशासन ने सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी। साथ ही पोस्टर चिपकाने वालों की खोजबीन के लिए अभियान शुरू कर दिया है।
कश्मीर घाटी में गुरुवार को भी शांति पसरी हुई है। सड़कों पर स्कूलों के पीले वाहनों के साथ सभी प्रकार के वाहन दौड़ रहे हैं। स्कूलों में पांचवीं से नौवीं व ग्याहवीं की परीक्षाएं ली जा रही हैं। निजी व सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों की हाजिरी लगभग पूरी है। रेहड़ी-फड़ी वाले गली-मोहल्लों में अपना सामान लेकर निकल पड़े हैं।
लोग रोजाना के कामों के लिए अपने घरों से बाहर निकल चुके हैं। सेब की मंडियां लगी हुई हैं और ट्रकों में सेब भरकर दूसरे राज्यों में भेजे जा रहे हैं। कश्मीर घाटी में लैंडलाइन फोन सेवा तथा पोस्ट पेड मोबाइल सेवा जारी है जबकि पूरे जम्मू-कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवा एहतियात के तौर पर बंद रखी गई है जिसे सर्शत बहाल करने के प्रयास प्रशासन ने शुरू कर दिए हैं।
श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुरुवार सुबह अनंतनाग जिले में आतंकियों द्वारा लगाये गए आईईडी (विस्फोटक) को सुरक्षाबलों की सतर्कता से नाकाम कर दिया गया। आतंकियों ने सुरक्षाबलों के काफिले और आम लोगों के वाहनों को निशाना बनाने के लिए राजमार्ग पर आईईडी लगा रखी थी।