अंबेडकर नगर: जानिए दलालों पर क्यों मेहरबान हैं ARTO साहब
गणेश मौर्य
अंबेडकरनगर ;भ्रष्टाचार मुक्त करने का दावा ठोकने वाली बीजेपी सरकार जब आप को सब पता है कि परिवहन विभाग में किस तरह की घूसखोरी चलती है तो कार्रवाई क्यों नहीं।
केंद्रीय परिवहन मंत्री के लाख कोशिशों के बावजूद परिवहन विभाग की ऑनलाइन व्यवस्था दलालों के मकड़जाल को ध्वस्त नहीं कर सकी,यही वजह है कि आरटीओ कार्यालय में दलाल सक्रिय है। अंबेडकर नगर जिले के मुख्यालय स्थित बसखारी रोड पर परिवहन विभाग उस विभाग में तैनात एआरटीओ के आरआई विपिन कुमार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।जिसकी शिकायत प्रमुख सचिव परिवहन विभाग उत्तर प्रदेश को भेजी गई।
जिला प्रशासन की की तरफ से लगातार कई कार्रवाइयों के बाद भी एआरटीओ कार्यालय के नजदीक दलालों की दुकानों का दायरा भी बढ़ता जा रहा है। गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन, लाइसेंस व रेडियम का कार्य सब कुछ दलालों द्वारा किया जा रहा है।
दलालों के अलावा कार्यालय में तैनात सुरक्षा कर्मियों द्वारा लाभ कमाया जा रहा है। सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय हमेशा किसी न किसी कारण से सुर्खियों में बना रहता है।मगर यह दलाल अब तक हलाल नहीं हो पाए इस दफ्तर में कोई भी कार्य दलालों के दखल के बिना आसानी से पूरा नहीं हो सकता है। दलालों का एआरटीओ कार्यालय से पुराना नाता रहा है।
सड़क तक दलालों की दुकानों का संचालन शुरू
विभिन्न प्रकार के वाहनों के रजिस्ट्रेशन के साथ ही लाइसेंस आदि का कार्य दलालों द्वारा कराया जाता है। यहां तक कि रजिस्ट्रेेशन, लाइसेंस व बीमा आदि के लिए यहां दलालों द्वारा धनराशि भी निर्धारित कर रखी है। कई बार तो उक्त कार्यों में एक दूसरे के दखल पर बवाल तक खड़ा हो जाता है।
पूर्व में कई बार जिलाधिकारी के निर्देश पर आरटीओ कार्यालय में छापेमारी की गई और दलालों के खिलाफ कार्रवाई की गई। यहां तक कि मुकदमा तक लिखा गया है। लेकिन इसके बाद भी आरटीओ कार्यालय में दलालों की भूमिका लगातार बढ़ती ही जा रही है।
यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी खिलाफत भी करता है तो कई बार उन अधिकारियों व बाबुओं के खिलाफ भी घेराबंदी कर दी जाती है मगर दलालों को बढ़ावा देने वाले आरटीओ दफ्तर के अधिकारी ही हैं। आरटीओ कार्यालय के कमरा नंबर 4 में सभी कंपनियों के फर्जी बीमा फर्जी प्रदूषण बनाने का भी आरोप लगाया जा रहा है जिसकी शिकायत होती ही परिवहन विभाग में अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।