शिवाकांत अवस्थी शिवगढ़/रायबरेली: भारत लोक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित एकल विद्यालय अभियान के तहत शिवगढ़ कस्बे में स्थित राम जानकी मंदिर ...
शिवाकांत अवस्थी
शिवगढ़/रायबरेली: भारत लोक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित एकल विद्यालय अभियान के तहत शिवगढ़ कस्बे में स्थित राम जानकी मंदिर प्रांगण में बस्ती जनपद से आए भाग प्रमुख ओम प्रकाश के नेतृत्व में आचार्य बहनों की मासिक अभ्यास वर्ग बैठक संपन्न हुई।
आपको बता दें कि, ओम प्रकाश ने आचार्या बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि, एकल विद्यालय की आचार्या बहनों द्वारा 6 से 14 वर्ष के बच्चों को दी जा रही संस्कारिक शिक्षा एक नए संस्कार युक्त राष्ट्र का निर्माण कर रही है। विदित हो कि, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन अखिल भारती लोक शिक्षा परिषद द्वारा एकल विद्यालय अभियान के तहत कुल 30 एकल विद्यालय संचालित है। जिनकी मासिक अभ्यास वर्ग की बैठक रामजानकी मंदिर में आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए अंचल प्रशिक्षक प्रमुख संतोष कुमार ने बताया कि, एकल विद्यालय अभियान की शुरुआत 1988 में झारखंड के गुमला नामक ब्लॉक के रतनपुर गांव से हुई थी। जिसकी शुरुआत 60 विद्यालयों से हुई थी। आज पूरे देश में एक लाख गांव और 4 संपर्कीय गांव सहित करीब पांच लाख गांवों में एकल विद्यालय अभियान चलाया जा रहा है।
सृजन कर्ता भद्रपाल सिंह ने बताया कि, एकल विद्यालय अभियान के तहत शिवगढ़ संच में कुल 30 एकल विद्यालय संचालित हैं। जिनकी आचार्या बहने 6 से 14 वर्ष के बच्चों को अपने दरवाजे अथवा सार्वजनिक स्थलों पर बिठाकर संस्कारित शिक्षा, स्वास्थ्य शिक्षा, शारीरिक शिक्षा, सांस्कृतिक शिक्षा, नैतिक शिक्षा के साथ ही सामान्य ज्ञान से जुड़ी जानकारियां देती हैं एवं प्रेरक प्रसंग के माध्यम से बच्चों को महापुरुषों की कहानियां सुनाकर बच्चों में संस्कार युक्त शिक्षा का सृजन करती हैं।
संच प्रमुख जितेंद्र सिंह
ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि, एकल विद्यालय अभियान के तहत बच्चों को दी जा रही शिक्षा से बच्चों का तीव्र गति से शारीरिक एवं मानसिक विकास हो रहा है। इस मौके पर आचार्या अंशु, प्रज्ञा पांडेय, सारिका, अनीता प्राची, प्रियांशु तिवारी, नीलू पांडेय, पल्लवी सिंह, कविता, अन्नपूर्णा, अंजू मिश्रा, रचना शुक्ला सहित आचार्या बहने मौजूद रही।
शिवगढ़/रायबरेली: भारत लोक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित एकल विद्यालय अभियान के तहत शिवगढ़ कस्बे में स्थित राम जानकी मंदिर प्रांगण में बस्ती जनपद से आए भाग प्रमुख ओम प्रकाश के नेतृत्व में आचार्य बहनों की मासिक अभ्यास वर्ग बैठक संपन्न हुई।
आपको बता दें कि, ओम प्रकाश ने आचार्या बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि, एकल विद्यालय की आचार्या बहनों द्वारा 6 से 14 वर्ष के बच्चों को दी जा रही संस्कारिक शिक्षा एक नए संस्कार युक्त राष्ट्र का निर्माण कर रही है। विदित हो कि, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन अखिल भारती लोक शिक्षा परिषद द्वारा एकल विद्यालय अभियान के तहत कुल 30 एकल विद्यालय संचालित है। जिनकी मासिक अभ्यास वर्ग की बैठक रामजानकी मंदिर में आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए अंचल प्रशिक्षक प्रमुख संतोष कुमार ने बताया कि, एकल विद्यालय अभियान की शुरुआत 1988 में झारखंड के गुमला नामक ब्लॉक के रतनपुर गांव से हुई थी। जिसकी शुरुआत 60 विद्यालयों से हुई थी। आज पूरे देश में एक लाख गांव और 4 संपर्कीय गांव सहित करीब पांच लाख गांवों में एकल विद्यालय अभियान चलाया जा रहा है।
सृजन कर्ता भद्रपाल सिंह ने बताया कि, एकल विद्यालय अभियान के तहत शिवगढ़ संच में कुल 30 एकल विद्यालय संचालित हैं। जिनकी आचार्या बहने 6 से 14 वर्ष के बच्चों को अपने दरवाजे अथवा सार्वजनिक स्थलों पर बिठाकर संस्कारित शिक्षा, स्वास्थ्य शिक्षा, शारीरिक शिक्षा, सांस्कृतिक शिक्षा, नैतिक शिक्षा के साथ ही सामान्य ज्ञान से जुड़ी जानकारियां देती हैं एवं प्रेरक प्रसंग के माध्यम से बच्चों को महापुरुषों की कहानियां सुनाकर बच्चों में संस्कार युक्त शिक्षा का सृजन करती हैं।
संच प्रमुख जितेंद्र सिंह
ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि, एकल विद्यालय अभियान के तहत बच्चों को दी जा रही शिक्षा से बच्चों का तीव्र गति से शारीरिक एवं मानसिक विकास हो रहा है। इस मौके पर आचार्या अंशु, प्रज्ञा पांडेय, सारिका, अनीता प्राची, प्रियांशु तिवारी, नीलू पांडेय, पल्लवी सिंह, कविता, अन्नपूर्णा, अंजू मिश्रा, रचना शुक्ला सहित आचार्या बहने मौजूद रही।