Corruption Free India बनाने की मुहिम चलाने वाली पार्टी BJP में शामिल हुई ये भ्रष्ट अधिकारी
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी के corruption free india मुहिम को तब धक्का लगा जब दिल्ली बीजेपी ने एक ऐसे इंजिनियर को पार्टी में पटका पहनाकर शामिल कराया जिसे भ्रष्टाचार के कारण ही अपनी नौकरी गंवानी पड़ी। यह जनाब उत्तरी दिल्ली नगर निगम में इंजिनियर के पद पर कार्यरत थे।
लेकिन उत्तरी निगम से शराफत अली (Sharafat Ali)नाम के इस व्यक्ति को जब जबरन रिटायर मिला उसके बाद Bjp ने उन्हें पार्टी में ही शामिल करा लिया है। हालांकि शराफत अली को पार्टी से जोड़ने का काम शाजिया इल्मी (Shajia Ilmi) ने किया है। जबकि इस पूरे मुहिम में प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) ने चुप्पी साध रखी है। वे इस पूरे घटनाक्रम से खुद को अनभिज्ञ बता रहे है।
राजधानी के तीनों निगम पर बीजेपी है काबिज
यह भी इत्तेफाक ही है कि राजधानी के तीनों निगम पर बीजेपी का राज है। उसमें से एक उत्तरी निगम ने अपने 39 भ्रष्ट अधिकारी को जबरन रिटायर किया था। इन अधिकारियों की भ्रष्टाचार में संलिप्तता को लेकर पहचान हुई थी। यह भी आश्चर्य की बात है कि खुद पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने हमेशा से corruption को लेकर अपना रुख अलग रखा है।लेकिन दिल्ली में जिस तरह से शाजिया इल्मी ने एक पू्र्व भ्रष्ट अधिकारी को पार्टी में शामिल कराया उससे कई सवाल खड़े होते है। इस बीच पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और नगर निगम में स्थाई समिति के चेयरमैन जयप्रकाश ने संकेत दिया है कि वो इस मुद्दे के पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के पास भी उठाएंगे।
शाजिया ने दिलाई थी पार्टी की सदस्यता
मालूम हो कि शराफत अली सिविल के पद पर नौकरी करते थे। लेकिन भ्रष्टाचार के आरोप में नौकरी गंवाने के बाद बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है। उन्होंने यह सदस्यता तब ग्रहण की जब शाजिया इल्मी ने पार्टी के एक कार्यक्रम में अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को सदस्यता दिलाई थी। जिसके बाद से ही शाजिया के कदम पर सुगबुगाहट तेज हो गई है।