शिवाकांत अवस्थी महराजगंज/रायबरेली: नहरों की सफाई के मामले में बगैर टेंडर प्रक्रिया पूरी किए जेबी ठेकेदारों को सलेथू और रायबरेली रजबहा ...
शिवाकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: नहरों की सफाई के मामले में बगैर टेंडर प्रक्रिया पूरी किए जेबी ठेकेदारों को सलेथू और रायबरेली रजबहा में साफ सफाई करवाने के नाम पर क्षेत्र के जेई और एई द्वारा लंबा खेल करने के मामले को लेकर शिकायत सिंचाई मंत्री और मुख्यमंत्री की चौखट पर पहुंच गयी है। क्षेत्र के दर्जनों ग्राम प्रधान व अन्य जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत भेजकर मामले की उच्च स्तरीय तकनीकी जांच कराकर दोनों अधिकारियों और उनके जेबी ठेकेदारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है।
आपको बता दें कि, मुख्यमंत्री व सिंचाई मंत्री को प्रेषित शिकायत में हरदोई ग्राम प्रधान आलोक चौधरी, राघोपुर प्रधान श्री कृष्ण, अनूप बाजपेई ग्राम प्रधान अटरा, बरहुआ ग्राम प्रधान सीता देवी तिवारी, सुल्तानपुर ग्राम प्रधान गोमती, घुरौना प्रधान प्रमोद कुमार पासी, असनी प्रधान सुरेशा देवी सहित दर्जनों ग्राम प्रधानों ने शिकायत की है कि, उनके यहां से गुजरने वाली सलेथू रजबहा और रायबरेली रजबहा में स्थानीय जेई और एई ने बगैर टेंडर डलवाए ही अपने जेबी ठेकेदारों के माध्यम से जेसीबी लगाकर नहरों में काम शुरू कर दिया है। लेकिन मौके पर सफाई के नाम पर महज खानापूरी की जा रही है। सिल्ट ज्यों की त्यों पड़ी है।
ग्रामीणों का कहना है कि, इस बाबत जब उन्होंने जेई और एई को फोन मिलाना चाहा, पहली बात तो यह अधिकारी दोनों फोन नहीं उठाते हैं और उठ भी गया तो अमर्यादित भाषा में बात करते हैं। कहते हैं कि, हमारी सेटिंग ऊपर तक है जैसा काम चल रहा है चलने दो। ग्राम प्रधानों का आरोप है कि, यह दोनों अधिकारी काम के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करके यह चाहते हैं कि, जल्द से जल्द नहरों में पानी छुड़वा दिया जाए ताकि, कराए गए काम की कोई जांच ना हो सके।
इन रजबहों व इनसे निकली अल्पिकाओं से क्षेत्र के लगभग 10000 हेक्टेयर जमीन में फसलों की सिंचाई होती है और 15000 से अधिक किसान इनके पानी पर आश्रित रहते हैं। किसानों ने भी नहर सफाई के काम पर असंतुष्टि जताई है।
इस मामले में बीते रविवार को लखनऊ से एक तकनीकी उच्चस्तरीय दल भी जांच करने आया था दल ने काम की गुणवत्ता खराब पाते हुए यही जेई व एई दोनों को कड़ी फटकार लगाई थी। उधर तकनीकी जांच दल के वापस जाने के बाद भी दोनों अधिकारियों पर कोई असर नहीं हुआ है। मामले में जेई व एई का पक्ष जानने के लिए फोन मिलाया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका। वहीं उप जिलाधिकारी विनय कुमार सिंह का कहना है कि, शिकायत की जांच कराकर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।
महराजगंज/रायबरेली: नहरों की सफाई के मामले में बगैर टेंडर प्रक्रिया पूरी किए जेबी ठेकेदारों को सलेथू और रायबरेली रजबहा में साफ सफाई करवाने के नाम पर क्षेत्र के जेई और एई द्वारा लंबा खेल करने के मामले को लेकर शिकायत सिंचाई मंत्री और मुख्यमंत्री की चौखट पर पहुंच गयी है। क्षेत्र के दर्जनों ग्राम प्रधान व अन्य जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत भेजकर मामले की उच्च स्तरीय तकनीकी जांच कराकर दोनों अधिकारियों और उनके जेबी ठेकेदारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है।
आपको बता दें कि, मुख्यमंत्री व सिंचाई मंत्री को प्रेषित शिकायत में हरदोई ग्राम प्रधान आलोक चौधरी, राघोपुर प्रधान श्री कृष्ण, अनूप बाजपेई ग्राम प्रधान अटरा, बरहुआ ग्राम प्रधान सीता देवी तिवारी, सुल्तानपुर ग्राम प्रधान गोमती, घुरौना प्रधान प्रमोद कुमार पासी, असनी प्रधान सुरेशा देवी सहित दर्जनों ग्राम प्रधानों ने शिकायत की है कि, उनके यहां से गुजरने वाली सलेथू रजबहा और रायबरेली रजबहा में स्थानीय जेई और एई ने बगैर टेंडर डलवाए ही अपने जेबी ठेकेदारों के माध्यम से जेसीबी लगाकर नहरों में काम शुरू कर दिया है। लेकिन मौके पर सफाई के नाम पर महज खानापूरी की जा रही है। सिल्ट ज्यों की त्यों पड़ी है।
ग्रामीणों का कहना है कि, इस बाबत जब उन्होंने जेई और एई को फोन मिलाना चाहा, पहली बात तो यह अधिकारी दोनों फोन नहीं उठाते हैं और उठ भी गया तो अमर्यादित भाषा में बात करते हैं। कहते हैं कि, हमारी सेटिंग ऊपर तक है जैसा काम चल रहा है चलने दो। ग्राम प्रधानों का आरोप है कि, यह दोनों अधिकारी काम के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करके यह चाहते हैं कि, जल्द से जल्द नहरों में पानी छुड़वा दिया जाए ताकि, कराए गए काम की कोई जांच ना हो सके।
इन रजबहों व इनसे निकली अल्पिकाओं से क्षेत्र के लगभग 10000 हेक्टेयर जमीन में फसलों की सिंचाई होती है और 15000 से अधिक किसान इनके पानी पर आश्रित रहते हैं। किसानों ने भी नहर सफाई के काम पर असंतुष्टि जताई है।
इस मामले में बीते रविवार को लखनऊ से एक तकनीकी उच्चस्तरीय दल भी जांच करने आया था दल ने काम की गुणवत्ता खराब पाते हुए यही जेई व एई दोनों को कड़ी फटकार लगाई थी। उधर तकनीकी जांच दल के वापस जाने के बाद भी दोनों अधिकारियों पर कोई असर नहीं हुआ है। मामले में जेई व एई का पक्ष जानने के लिए फोन मिलाया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका। वहीं उप जिलाधिकारी विनय कुमार सिंह का कहना है कि, शिकायत की जांच कराकर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।