शिवाकांत अवस्थी महराजगंज/रायबरेली: शारदा सहायक से निकली जौनपुर बड़ी नहर की बाई पटरी मऊ से लेकर पोखरा तक तथा मऊ से ही तिलोई तक जर्ज...
शिवाकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: शारदा सहायक से निकली जौनपुर बड़ी नहर की बाई पटरी मऊ से लेकर पोखरा तक तथा मऊ से ही तिलोई तक जर्जर हो गई है जिस पर वाहनों तथा लोगों का चलना दूभर हो गया है। जरा सी असावधानी पर लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। शारदा सहायक की बाई पटरी की खराब हालत होने की वजह से वाहन चालकों का इस सड़क से निकलना दूभर हो गया है। बारिश के बाद इस डामरीकृत सड़क पर जगह-जगह गहरे गड्ढे हो गए है। लोग जान जोखिम में डालकर इस सड़क पर वाहनों से निकल रहे हैं। लेकिन संबंधित विभाग इस ओर से नजर फेरे हुए है।
आपको बता दें कि, प्रदेश की नई सरकार बनते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़कों को गड्ढा मुक्त करवाने का फरमान जारी किया था। मगर तीन साल बीत जाने के बाद भी सड़के गड्ढा मुक्त नहीं हो पाई और गड्ढा युक्त सड़कें लोगों की मुसीबत का सबब बनती जा रही हैं।
शारदा सहायक से निकलने वाले जौनपुर बड़ी नहर की बाई पटरी का डामरीकृत यह मार्ग जर्जर हालत में पहुंच गया है। जिस पर कदम-कदम पर बड़े-बड़े गड्ढे है जो जरा सी असावधानी होने पर मौत को दावत दे रहे हैं। जिसे देख विकास के दावों की सारी पोल खुलती नजर आ रही है। वहीं इस सड़क की दुर्दशा देखकर पैच वर्क करना भी मुनासिब नही है। आने-जाने वाले लोग इन गड्ढों में गिरकर चोटिल हो जाते है। रात के अंधेरे में ज्यादातर लोगों को गड्ढे नजर ही नही आते है जिससे हादसे बड़े हो होते है। क्षेत्रीय लोगों द्वारा इस सड़क की जर्जर हालत के विषय में कई बार उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है लेकिन उच्चाधिकारियों और विभागीय लोगों द्वारा क्षेत्र की जनता के दर्द पर मरहम लगाने का दम भरता हैं। लेकिन जमीनी सभी दावे हवाहवाई साबित रहे है।
बदहाल सड़क की पैचिंग तो दूर इस नहर की पटरी पर डामरी कृत सड़क, तब्दील बड़े-बड़े गड्ढों को मिट्टी से भराई करवाना भी उचित नही समझा जाता है। कई महीने बीत जाने के बाद भी विभाग की ओर इस सड़क के पैचिंग का काम भी नही होता है। जिसको लेकर क्षेत्रीय जनता में खासा रोष व्याप्त है।
वहीं क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि, अगर विभाग द्वारा जल्द ही इस सड़क का दुरुस्तीकरण नहीं कराया गया तो, हजारों की संख्या में एकजुट होकर लोग तहसील मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी विभाग की होगी।
महराजगंज/रायबरेली: शारदा सहायक से निकली जौनपुर बड़ी नहर की बाई पटरी मऊ से लेकर पोखरा तक तथा मऊ से ही तिलोई तक जर्जर हो गई है जिस पर वाहनों तथा लोगों का चलना दूभर हो गया है। जरा सी असावधानी पर लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। शारदा सहायक की बाई पटरी की खराब हालत होने की वजह से वाहन चालकों का इस सड़क से निकलना दूभर हो गया है। बारिश के बाद इस डामरीकृत सड़क पर जगह-जगह गहरे गड्ढे हो गए है। लोग जान जोखिम में डालकर इस सड़क पर वाहनों से निकल रहे हैं। लेकिन संबंधित विभाग इस ओर से नजर फेरे हुए है।
आपको बता दें कि, प्रदेश की नई सरकार बनते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़कों को गड्ढा मुक्त करवाने का फरमान जारी किया था। मगर तीन साल बीत जाने के बाद भी सड़के गड्ढा मुक्त नहीं हो पाई और गड्ढा युक्त सड़कें लोगों की मुसीबत का सबब बनती जा रही हैं।
शारदा सहायक से निकलने वाले जौनपुर बड़ी नहर की बाई पटरी का डामरीकृत यह मार्ग जर्जर हालत में पहुंच गया है। जिस पर कदम-कदम पर बड़े-बड़े गड्ढे है जो जरा सी असावधानी होने पर मौत को दावत दे रहे हैं। जिसे देख विकास के दावों की सारी पोल खुलती नजर आ रही है। वहीं इस सड़क की दुर्दशा देखकर पैच वर्क करना भी मुनासिब नही है। आने-जाने वाले लोग इन गड्ढों में गिरकर चोटिल हो जाते है। रात के अंधेरे में ज्यादातर लोगों को गड्ढे नजर ही नही आते है जिससे हादसे बड़े हो होते है। क्षेत्रीय लोगों द्वारा इस सड़क की जर्जर हालत के विषय में कई बार उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है लेकिन उच्चाधिकारियों और विभागीय लोगों द्वारा क्षेत्र की जनता के दर्द पर मरहम लगाने का दम भरता हैं। लेकिन जमीनी सभी दावे हवाहवाई साबित रहे है।
बदहाल सड़क की पैचिंग तो दूर इस नहर की पटरी पर डामरी कृत सड़क, तब्दील बड़े-बड़े गड्ढों को मिट्टी से भराई करवाना भी उचित नही समझा जाता है। कई महीने बीत जाने के बाद भी विभाग की ओर इस सड़क के पैचिंग का काम भी नही होता है। जिसको लेकर क्षेत्रीय जनता में खासा रोष व्याप्त है।
वहीं क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि, अगर विभाग द्वारा जल्द ही इस सड़क का दुरुस्तीकरण नहीं कराया गया तो, हजारों की संख्या में एकजुट होकर लोग तहसील मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी विभाग की होगी।