शिवाकांत अवस्थी खीरो/रायबरेली: खीरो थाना क्षेत्र के न्यू सरस्वती ज्ञान मंदिर बालिका इंटर कॉलेज खीरो के स्कूली बच्चों को उनके घर छोड़ने ज...
शिवाकांत अवस्थी
खीरो/रायबरेली: खीरो थाना क्षेत्र के न्यू सरस्वती ज्ञान मंदिर बालिका इंटर कॉलेज खीरो के स्कूली बच्चों को उनके घर छोड़ने जा रही स्कूली बस में लगी अचानक आग से बस पूरी तरह जलकर ध्वस्त हो गई।
आपको बता दें कि, बस के चालक और कंडक्टर ने बड़ी सतर्कता के साथ ग्रामीणों की सहायता से बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। लेकिन बच्चों के बैग और कॉपी किताब सारी जलकर राख हो गई।
सूचना पर पहुंची खीरो पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंच कर जायजा लिया लेकिन इस बात का खासा आक्रोश ग्रामीणों में देखने को मिला कि, घटना के बाद सूचना देने पर भी एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची। जबकि घटना के लगभग 2 घंटे बाद फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी मौके पर पहुंची।
उसके पहले ग्रामीणों ने पूरी तरह से बस में अन्दर लगी आग काबू पा लिया था। घटना घटित होने के 2 घंटे बाद पहुंचे फायर ब्रिगेड के जवानों ने फर्ज अदायगी करते हुए बुझी आग पर पाइप चलाकर ग्रामीणों के सामने आग बुझाने का प्रदर्शन किया। जिसे देखकर ग्रामीण काफी आक्रोशित थे।
वहीं घटना के बाद सूचना पर पहुंचे अभिभावकों ने अपने-अपने बच्चों को साथ ले गए। शेष बच्चों को विद्यालय की दूसरी बस के माध्यम से उनके घरों तक पहुंचाया गया।
खीरो/रायबरेली: खीरो थाना क्षेत्र के न्यू सरस्वती ज्ञान मंदिर बालिका इंटर कॉलेज खीरो के स्कूली बच्चों को उनके घर छोड़ने जा रही स्कूली बस में लगी अचानक आग से बस पूरी तरह जलकर ध्वस्त हो गई।
आपको बता दें कि, बस के चालक और कंडक्टर ने बड़ी सतर्कता के साथ ग्रामीणों की सहायता से बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। लेकिन बच्चों के बैग और कॉपी किताब सारी जलकर राख हो गई।
सूचना पर पहुंची खीरो पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंच कर जायजा लिया लेकिन इस बात का खासा आक्रोश ग्रामीणों में देखने को मिला कि, घटना के बाद सूचना देने पर भी एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची। जबकि घटना के लगभग 2 घंटे बाद फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी मौके पर पहुंची।
उसके पहले ग्रामीणों ने पूरी तरह से बस में अन्दर लगी आग काबू पा लिया था। घटना घटित होने के 2 घंटे बाद पहुंचे फायर ब्रिगेड के जवानों ने फर्ज अदायगी करते हुए बुझी आग पर पाइप चलाकर ग्रामीणों के सामने आग बुझाने का प्रदर्शन किया। जिसे देखकर ग्रामीण काफी आक्रोशित थे।
वहीं घटना के बाद सूचना पर पहुंचे अभिभावकों ने अपने-अपने बच्चों को साथ ले गए। शेष बच्चों को विद्यालय की दूसरी बस के माध्यम से उनके घरों तक पहुंचाया गया।