शिवाकांत अवस्थी बछरावां/रायबरेली: बछरावां कस्बा स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में उस समय हड़कंप मच गया जब अचानक माध्यमिक शिक्षा राज्य म...
शिवाकांत अवस्थी
बछरावां/रायबरेली: बछरावां कस्बा स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में उस समय हड़कंप मच गया जब अचानक माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी विद्यालय के औचक निरीक्षण पर पहुंच गई। मंत्री महोदया को देखते ही स्टाफ के हाथ-पैर फूल गए उन्होंने शिक्षण कक्षाओं का निरीक्षण किया और फर्श पर जमा गंदगी को देखकर प्रधानाचार्या को कड़ी फटकार लगाई।
आपको बता दें कि, माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी ने अध्यापकों को नसीहत देते हुए कहा कि, यह वह विद्या मंदिर है जो बच्चों के भविष्य निर्माण के साथ-साथ अध्यापकों के परिवार का पोषण भी करता है। इसलिए अध्यापकों को चाहिए कि, विद्यालय परिसर को अपना घर मानकर सभी शिक्षक साफ सफाई और बेहतर शिक्षा देने का प्रयास करें अन्यथा विवश होकर उन्हें सख्त कदम उठाना पड़ेगा।
विदित हो कि, पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज विशेष सचिव साधना शुक्ला को विकास खंड कार्यालय और भैरमपुर गांव का निरीक्षण करना था। इसके चलते ब्लॉक कार्यालय अस्पताल व थाना परिषर सहित सारे संस्थान सुबह से ही चाक-चौबंद थे। इसके बावजूद भी बालिका इंटर कॉलेज में साफ सफाई की ओर प्रधानाध्यापक क्यों नहीं ध्यान दे पाए यह एक सोचनीय बिंदु है।
बछरावां/रायबरेली: बछरावां कस्बा स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में उस समय हड़कंप मच गया जब अचानक माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी विद्यालय के औचक निरीक्षण पर पहुंच गई। मंत्री महोदया को देखते ही स्टाफ के हाथ-पैर फूल गए उन्होंने शिक्षण कक्षाओं का निरीक्षण किया और फर्श पर जमा गंदगी को देखकर प्रधानाचार्या को कड़ी फटकार लगाई।
आपको बता दें कि, माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी ने अध्यापकों को नसीहत देते हुए कहा कि, यह वह विद्या मंदिर है जो बच्चों के भविष्य निर्माण के साथ-साथ अध्यापकों के परिवार का पोषण भी करता है। इसलिए अध्यापकों को चाहिए कि, विद्यालय परिसर को अपना घर मानकर सभी शिक्षक साफ सफाई और बेहतर शिक्षा देने का प्रयास करें अन्यथा विवश होकर उन्हें सख्त कदम उठाना पड़ेगा।
विदित हो कि, पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज विशेष सचिव साधना शुक्ला को विकास खंड कार्यालय और भैरमपुर गांव का निरीक्षण करना था। इसके चलते ब्लॉक कार्यालय अस्पताल व थाना परिषर सहित सारे संस्थान सुबह से ही चाक-चौबंद थे। इसके बावजूद भी बालिका इंटर कॉलेज में साफ सफाई की ओर प्रधानाध्यापक क्यों नहीं ध्यान दे पाए यह एक सोचनीय बिंदु है।