शिवाकांत अवस्थी बछरावां/रायबरेली: सरकार द्वारा ठेकेदारों के माध्यम से नहरों की कराई जा रही और ठेकेदार सीधा सरकार और जनता की आंखों में ...
शिवाकांत अवस्थी
बछरावां/रायबरेली: सरकार द्वारा ठेकेदारों के माध्यम से नहरों की कराई जा रही और ठेकेदार सीधा सरकार और जनता की आंखों में धूल झोंक कर सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं। कहीं कहीं पर तल्ली की मिट्टी उठाकर पटरियों पर इस तरह डाली जा रही है कि, उस पर राहगीरों का चलना दूभर हो रहा है।
आपको बता दें कि, विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी किसानों के गेहूं की बुवाई के मद्देनजर सरकार द्वारा विभिन्न नहरों की सफाई के लिए ठेकेदारों को ठेका दिया गया है। इन ठेकेदारों ने साफ सफाई मजदूरों से न कराकर मशीनों से कराई।
परिणाम यह हुआ कि, ओसाह माइनर व क्षेत्र की अन्य कई माईनरों में जेसीबी मशीन तल्ली की जुताई करती हुई नजर आ रही है। जिसके द्वारा थोड़ी बहुत मिट्टी उठाई भी जा रही है तथा नेहर के अगल बगल कुछ इस तरह से लगाई जा रही है जो जरा सी बरसात में बहकर पुनः तली में पहुंच जाएगी। इन माईनरों से अलग हटकर राजा मऊ रजबहा में मशीन द्वारा मिट्टी तो बाहर निकाली जा रही है परंतु उसे इतने बेतरतीब ढंग से पटरी पर ढेर के रूप में लगाया जा रहा है कि, पटरियों पर साइकिल लेकर चलने की बात कौन करे इन पटरियों पर राहगीरों का और किसानों का पैदल चलना भी दूभर हो गया है।
कई लोग मिट्टी के लगे टीलों के कारण चोटिल हो चुके हैं। क्षेत्रीय जनता की मांग है कि, राजामऊ रजबहा के ठेकेदार को निर्देशित किया जाए कि, वह पटरियों पर लगाए जा रहे ढेरों का समतलीकरण भी करते चलें और असहन माइनर सहित अन्य माईनरो में कार्यरत ठेकेदारों को कायदे से मिट्टी बाहर निकालने व उसके भी समतलीकरण के आदेश दिए जाएं ताकि किसानों व राहगीरों को आने जाने में सुविधा प्राप्त हो सके।
बछरावां/रायबरेली: सरकार द्वारा ठेकेदारों के माध्यम से नहरों की कराई जा रही और ठेकेदार सीधा सरकार और जनता की आंखों में धूल झोंक कर सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं। कहीं कहीं पर तल्ली की मिट्टी उठाकर पटरियों पर इस तरह डाली जा रही है कि, उस पर राहगीरों का चलना दूभर हो रहा है।
आपको बता दें कि, विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी किसानों के गेहूं की बुवाई के मद्देनजर सरकार द्वारा विभिन्न नहरों की सफाई के लिए ठेकेदारों को ठेका दिया गया है। इन ठेकेदारों ने साफ सफाई मजदूरों से न कराकर मशीनों से कराई।
परिणाम यह हुआ कि, ओसाह माइनर व क्षेत्र की अन्य कई माईनरों में जेसीबी मशीन तल्ली की जुताई करती हुई नजर आ रही है। जिसके द्वारा थोड़ी बहुत मिट्टी उठाई भी जा रही है तथा नेहर के अगल बगल कुछ इस तरह से लगाई जा रही है जो जरा सी बरसात में बहकर पुनः तली में पहुंच जाएगी। इन माईनरों से अलग हटकर राजा मऊ रजबहा में मशीन द्वारा मिट्टी तो बाहर निकाली जा रही है परंतु उसे इतने बेतरतीब ढंग से पटरी पर ढेर के रूप में लगाया जा रहा है कि, पटरियों पर साइकिल लेकर चलने की बात कौन करे इन पटरियों पर राहगीरों का और किसानों का पैदल चलना भी दूभर हो गया है।
कई लोग मिट्टी के लगे टीलों के कारण चोटिल हो चुके हैं। क्षेत्रीय जनता की मांग है कि, राजामऊ रजबहा के ठेकेदार को निर्देशित किया जाए कि, वह पटरियों पर लगाए जा रहे ढेरों का समतलीकरण भी करते चलें और असहन माइनर सहित अन्य माईनरो में कार्यरत ठेकेदारों को कायदे से मिट्टी बाहर निकालने व उसके भी समतलीकरण के आदेश दिए जाएं ताकि किसानों व राहगीरों को आने जाने में सुविधा प्राप्त हो सके।