शादी (निकाह) के निमंत्रण पत्र देवी-देवताओं के चित्र, इस मुस्लिम परिवार निमंत्रण पत्र सोशल मीडिया पर हुआ VIRAL
पवन पाण्डेय
अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की नगरी में सौहार्द के आगे धार्मिक कट्टरता बौनी नजर आती है। इस सरजमीं की गंगा-जमुनी तहजीब कभी बदरंग नहीं हुई। रामनगरी अयोध्या के एक मुस्लिम परिवार ने बेटे और बेटी के निकाह निमंत्रण पत्र देवी-देवताओं के कैलेंडर पर छपवाकर रिश्तेदारों में बांट करके एक बार फिर से गंगा-जमुनी तहजीब के रंग को और चटक करने का काम किया है।
पूरा बाजार विकासखंड के चरेरा गांव निवासी मोहम्मद मोबीन ने अपने बेटे मोहम्मद नसीर और बेटी अमीना बानो के निकाह निमंत्रण पत्र हनुमान जी, भगवान ब्रह्मा, विष्णु, नारद और शिव की फोटो वाले कैलेंडर पर छपवाकर सामाजिक सौहार्द का संदेश देने की कोशिश की है। मोहम्मद मोबीन का कहना है कि मेरे लिए अल्लाह और भगवान एक ही है।
जनपद मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर आंबेडकरनगर रोड पर पूरा बाजार ब्लॉक के चरेरा निवासी मोहम्मद मोबीन राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल रसूलाबाद में वार्डबॉय पद पर तैनात हैं। चरेरा गांव की लगभग 20 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है। गांव के सभी मुस्लिम-हिन्दू भाई एक दूसरे के पर्व में शिरकत करके आपसी सौहार्द को पुख्ता करते आ रहे हैं।
मोहम्मद मुबीन ने अपने बेटे की शादी जिले के ही सोहावल विकासखंड के सुचितागंज बाजार निवासी मोहम्मद जलील की बेटी शमा बानो से तय कर रखी है। इसी तरह बेटी अमीना बानो की शादी जौनपुर जिले के मर्दानपुर निवासी मोहम्मद अख्तर से तय की है। बेटे की शादी 22 को तो बेटी की 24 नवम्बर को शादी होनी है। मो. मोबिन का कहना है सभी सगे संबंधियों को यही निमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है। जब आमंत्रण पत्र रिश्तेदारों व समाज के लोगों को मिला तो सभी हैरत में पड़ गए क्योंकि ऐसा पहली बार होना माना जा रहा है कि मुस्लिम परिवार में निकाह के आमंत्रण पत्र पर भगवान के कैलेंडर पर छपवाए गए हों।
मोहम्मद मोबीन ने शादी के लगभग 700 कार्ड रिश्तेदारों व संबंधियों में बांटे हैं। मोबीन का कहना कि सभी त्योहार हम लोग मिलजुल कर मनाते हैं। दूसरे समुदाय के लोग हमें परिवार की तरह मानते हैं और प्रत्येक कार्यक्रम में सहयोगी के रूप में खड़े रहते हैं। परिवार के सदस्य मुस्तकीम का कहना है कि ईश्वर और भगवान ने हमको इंसान बनाया है। हम एक ही समाज के सदस्य हैं। पड़ोसी निन्हू यादव व ममता का कहना है कि सारे गांव के लोग मिल-जुलकर हर त्योहार मनाते हैं तो इन बच्चों के निकाह में भी परिवार की तरह शामिल होंगे।