रायबरेली: खेतों में पराली जलाने पर 26 किसानों पर मुकदमा दर्ज, चार लेखपाल निलंबित
रायबरेली : खेत में पराली जलाने वाले किसानों पर मुसीबत आन पड़ी है। प्रशासन ने ऐसे 26 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है। साथ ही लापरवाही बरतने वाले चार लेखपालों को निलंबित कर दिया गया। सात लेखपालों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है। वहीं नौ अन्य लेखपालों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
चेतावनी के बावजूद खेत में पराली जलाने का सिलसिला अभी भी जारी है। जिसके चलते वायु प्रदूषण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके लिए कानून गो और लेखपालों की जिम्मेदारी भी तय कर दी गईं। बावजूद इसके, विभिन्न क्षेत्रों में जिम्मेदारों ने फील्ड पर निकलना मुनासिब नहीं समझा। शिकायत मिली और उन पर भी कार्रवाई की गईं। पराली जलाने की ये सभी शिकायतें नवंबर की हैं, जिन पर सोमवार को कार्रवाई की गईं।
जिसमें गुरुबक्शगंज और महराजगंज थाने में पांच-पांच, नसीराबाद में छह, हरचंदपुर में तीन, कोतवाली, डलमऊ, ऊंचाहार और गदागंज में एक-एक किसान के खिलाफ आइपीसी की धारा 285 और 287 में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें उन पर मानव जीवन के लिए संकट पैदा करने वाला कार्य करने का आरोप है। प्रत्येक किसान पर 2500 रुपये जुर्माना लगाया है यानी 26 किसानों से 65 हजार रुपये प्रशासन वसूल करेगा।
इन लेखपालों पर गिरी गाज
गुरुबक्शगंज में तैनात लाल बहादुर, नसीराबाद क्षेत्र में तैनात अतुल विक्रम यादव, अखिलेश बहादुर सिंह और उमेश कुमार वर्मा को निलंबित कर दिया गया है। वहीं लेखपाल रामदुलार, प्रेम नारायन, भुवनेंद्र, रूपेश चंद्र मौर्य, गंभीर सिंह, दिनेश चौरसिया, जितेंद्र बहादुर सिंह के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है। साथ ही लेखपाल राजकुमार, महेश सोनकर, अखिलेश बहादुर सिंह, राजकुमार, राम विशाल, शीतला प्रसाद, सोनू कुमार, सरोज कुमार, शिव प्रकाश से स्पष्टीकरण मांगा गया है।