क्या ये करोड़ों भारतीय मर्द एक बार फिर मिलकर उसका बलात्कार करना चाहते थे?
नदीम अख्तर
80 लाख भारतीय मर्द हैदराबाद रेप कांड का वीडियो देखने के लिए #Porn #Websites पर मारे-मारे फिर रहे थे। ज़ाहिर है वे यह काम अपनी बीवी, बहन, बेटी और मां की नज़रों से छुपकर अंजाम देना चाहते थे पर तकनीक की दुनिया में तो आपका हर #digital #footprint रिकॉर्ड हो जाता है। सो पोल खुल गई। यानी करीब एक करोड़ भारतीय पुरुष सिर्फ एक #पॉर्न #वेबसाइट पे ये महान कार्य करते पकड़े गए।
सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई और फिर आदमखोर हैवानों द्वारा वहीं जलाकर मार दी गई उस बदनसीब लड़की को नंगा देखने के लिए हमारे महान देश के करोड़ों मर्दों ने पॉर्न वेबसाइट पे उस लड़की का नाम लेकर इतना #search किया, इतना #सर्च किया कि उस अभागी का नाम पॉर्न वेबसाइट पे #trend करने लगा...और 80 लाख का ये आंकड़ा तो सिर्फ एक वेबसाइट का है। सैकड़ों पॉर्न वेबसाइट्स पे ना जाने कितनी बार हमारे देश के मर्दों ने उस डॉक्टर का #बलात्कार देखने के लिए सर्च किया होगा, इसका अंदाज़ा आप ही लगाइए। यानी करोड़ों भारतीय मर्द अपने देश की एक लड़की का बलात्कार देखने पॉर्न वेबसाइट पे पहुंच गए और नाम लेकर उसका वीडियो ढूंढने लगे।
ये खबर पढ़कर ही मैं हिल गया। पहली बार तो विश्वास ही नहीं हुआ कि ऐसा भी हो सकता है ! मतलब एक लड़की जिसके साथ बलात्कार हुआ और उसे बेरहमी से जलाकर मार दिया गया, क्या ये करोड़ों भारतीय मर्द एक बार फिर मिलकर उसका बलात्कार करना चाहते थे? मौका नहीं मिला, तो वीडियो देखकर ही उसका आंनद उठाना चाहते थे?
सब कुछ वाकई मेरे लिए अविश्वसनीय और अकल्पनीय है। क्या वाकई ये सच है? क्या हम एक ऐसे ही बदबूदार सड़ चुके समाज में रह रहे हैं? क्या ऐसी घिनौनी हरकत करते हुए उन करोड़ों भारतीय मर्दों को अपनी मां-बेटी और बहन की याद नहीं आयी? उनकी क्या परवरिश रही होगी? क्या यही वे लोग नहीं है जो भूखे भेड़िए की तरह समाज में खुलेआम घूम रहे हैं? एक अदद शिकार की तलाश में! क्या ये लोग इंसान कहलाने के लायक भी हैं??
मुझे घोर शर्म, घृणा और पीड़ा है कि मैं ऐसे कुत्सित और बीमार भारतीय समाज में रहता हूँ। उफ्फ!!! धिक्कार है ऐसे समाज को। ऐसे लोगों पे कोई प्राकृतिक विपदा आ जाए और इनका नाश हो।