सपा नेता चौधरी लौटन राम निषाद ने भगवान राम में मेरी कोई आस्था नहीं है, अयोध्या में मंदिर बने या...
महताब खान
रायबरेली: समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी लौटन राम निषाद 19 अगस्त को अयोध्या पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, अयोध्या में राम मंदिर बने या कृष्ण मंदिर, उससे मुझे कोई लेना देना नहीं है। भगवान राम में मेरी आस्था नहीं है। वे काल्पनिक और फिल्मी पात्र हैं। मेरी आस्था उनमें है जिनकी वजह से मुझे सीधा लाभ मिला। बाबा साहब भीमराव आम्बेडकर, कर्पूरी ठाकुर, महात्मा ज्योतिबा फुले और छत्रपति साहू जी महराज ने पिछड़ा वर्ग को उनका अधिकार दिया। मेरी आस्था इन महापुरुषों में है।’
उन्होने कहा कि मै समाजवादी पार्टी का वफादार सिपाही हूं। मुझे पद जाने का कोई मलाल नही है। मै निष्ठा और इमानदारी के साथ काम करता रहूंगा। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखलेश यादव जी ने 2022 मे 351 का लक्ष्य रख्खा है मै 353 का लक्ष्य लेकर काम करता रहूंगा। मैने समाजवादी पार्टी के प्रति वैचारिकी पैदा किया था। तमाम हमारे जो बहुजन आंदोलन के साथी रहे हैं उनके अंदर एक आशा की किरण प्रजवलित हुई थी।
थोड़ा लगा लोगों को और वो हताश और निराश हुऐ हैं कि हमारा एक व्यक्ति जिसको जिम्मेदारी दी गई है उसको जिम्मेदारी से मुक्त किया गया है। लेकिन ये पार्टी का निर्णय हो सकता है शायद पार्टी इससे बड़ी कोई जिम्मेदारी दे मै बहुजन समाज दलित वंचित के लोगों आग्रह करता हूं कि 2022 का मिशन जो समाजवादी पार्टी का है
उसको प्राप्त करने के लिये हमलोगों को संघर्ष करना होगा क्योंकि भाजपा को हटाना है और संघ को तमाचा मारना मेरा सबसे बड़ा लक्ष्य है क्योंकि संघ और भाजपा 2022 मे अगर फिर से आ गया तो हम लोगों के बीच फिर से खतरे की घंटी खड़ी हो जायेगी। क्योंकि हमारे आरक्षण पर कुठाराघात किया जा रहा है न्यायपालिका की आंड़ मे आरक्षण को निष्प्रभावी किया जा रहा है
अगर बहुजन समाज के लोग दलित पिछड़े एक जुट होकर वर्गीय संवेदना के साथ एकजूट होकर काम नही किये तो जैसे के 1970 से पहले हमारे बाप दादा बड़े बुजुर्गों की स्थिति थी सामंत उत्पीड़न होता था फिर से वही अत्याचार होने की संभावना दिखाई दे रही है। इसलिये अगर भाजपा को रोकना है तो उत्तर प्रदेश मे समाजवादी पार्टी को विकल्प के तौर पर 353 का लक्ष्य लेकर काम करना है।