शिवाकांत अवस्थी रायबरेली: राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त व निगम द्वारा वित्त पोषित विरासत योजना के अन्तर्गत ऐसे आर्टिजन जो कि, है...
शिवाकांत अवस्थी
रायबरेली: राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त व निगम द्वारा वित्त पोषित विरासत योजना के अन्तर्गत ऐसे आर्टिजन जो कि, हैण्डलूम और हैण्डीक्राफ्ट कार्यो में लगे हैं, जिनकों आर्थिक मदद की आवश्यकता है। उनको ऋण उपलब्ध कराने हेतु सूची तैयार कर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम दिल्ली को प्रेषित की जानी है।
आपको बता दें कि, जिला प्रबन्धक/जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुनीता देवी ने जानकारी देते हुए बताया है कि, योजना के अन्तर्गत आर्टिजन्स को वर्किंग एवं फिक्सड कैपिटल के रूप में रू0 10 लाख तक ऋण शर्तो के अधीन दिया जाता है। जिसमें आर्टिजन रायबरेली का निवासी हो। पुरूष आर्टिजन के लिए 5 प्रतिशत एवं महिला आर्टिजन्स के लिए 4 प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण दिया जायेगा। आर्टिजन्स की पारिवारिक वार्षिक आय ग्रामीण क्षेत्र हेतु रू0 98 हजार एवं शहरी क्षेत्र हेतु रू0 1.20 लाख से अधिक न हो। ऐसे आर्टिजन्स जिन्होंने अल्पसंख्यक कल्याण मन्त्रालय भारत सरकार की उस्ताद योजना के अन्तर्गत राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम द्वारा आयोजित हूनर हाॅट प्रदर्शनी में भाग लिया हो, को इसमें वरीयता दी जायेगी।
जनपद के प्रसिद्ध/प्रचलित उत्पादन से सम्बन्धित आर्टिजन्स (शिल्पकार) से उक्त ऋण योजनान्तर्गत प्रस्ताव 15 सितम्बर 2020 तक आमंत्रित किय जाते है। इच्छुक एवं योग शिल्पी/कारीगर समस्त संलग्नक सहित अपना आवेदन कार्यालय जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी में जमा कर सकते है।