अस्पताल में उड़ी ऐसी अफवाह कि खिड़की दरवाजे तोड़कर भागे कोरोना संक्रमित मरीज
पानीपत। अफवाहें अक्सर हलचल पैदा कर देती हैं या फिर भगदड़ मचवा देती है। इसी तरह से पानीपत जिले में एक अफवाह के चलते सिविल अस्पताल में भगदड़ मच गई और कोरोना संक्रमित वार्ड तोड़कर भाग खड़े हुए।
दरअसल हुआ यह कि पानीपत के सिविल हॉस्पिटल में अचानक आधी रात गैस लीक होने की अफवाह उड़ गई। देखते ही देखते अफवाह तीनों फ्लोरों पर फैल गई। दूसरे फ्लोर पर बने कोरोना आइसोलेशन वार्ड में भी खबर पहुंच गई।
जैसे ही कोरोना संक्रमितों ने यह सुना कि कोई गैस लीक हो गई है तो उन्होंने चिल्लान शुरु कर दिया। जब कोई नहीं पहुंचा तो उन्होंने वार्ड के शीशे तोड़ डाले और भाग कर खुले में छत पर पहुंच गए। पूरे वार्ड में हड़कंप मच गया। जबकि गैस लीक जैसी कोई घटना हुई ही नहीं थी।
कोरोना मरीजों को भागता देख अस्पताल स्टाफ के हाथ-पांव फूल गए। इसके बाद अस्पताल के सीनियर अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलने के बाद पीएमओ डा. ओमप्रकाश, डा. दिनेश कंसल, सिविल लाइन थाना पुलिस, सिविल सर्जन डा. जयभगवान जाटान मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कोरोना मरीजों को समझाते हुए वार्ड में भेजा। पीएमओ डा. ओमप्रकाश ने बताया कि गैस लीक की अफवाह किसने और क्यों फैलाई, इसे लेकर जांच की जा रही है।
अस्पताल प्रबंधन अब उस शरारत की जड़ तक पहुंचने की जुगत में लग गया है, जिसने गैस लीक की अफवाह को जन्म दिया। यह अफवाह कोरोना आइसोलेशन वार्ड से ही उड़ी या किसी शरारती तत्व ने कहीं और से शुरु हुई।
इसके लिए एक टीम तैयार की जा रही है। सिविल सर्जन डा.जयभगवान जाटान ने सीनियर डाक्टरों से कहा कि इसकी पड़ताल की जाए ताकि दोषी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सके। टूटे आइसोलेशन वार्ड की मरम्मत भी शुरु करवा दी गई है।
सिविल सर्जन डा. जयभगवान ने बताया कि सूचना मिलने के बाद वे अस्पताल पहुंचे। यहां ड्यूटी पर मौजूद एक स्टाफ नर्स ने बताया कि सामान्य तौर पर एक मरीज को रेफर करते समय एक कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति ने हंगामा किया। अब वह माफी भी मांग रहा है।
गैस लीक की कोई घटना नहीं हुई है, यह पूरी तरह से अफवाह है। किसने उड़ाई इसे लेकर जांच की जा रही है। इस समय अस्पताल में 74 कोरोना संक्रमित मरीज दाखिल हैं। अफवाह किसने और क्यों फैलाई, इसे लेकर जांच की जा रही है।
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