बाबरी हॉस्पिटल का सच: फोटोशॉप का कमाल बना सुन्नी बोर्ड को गालियां और बधाइयां देने का ज़रिया
जाकिर अली त्यागी
अयोध्या में सुन्नी बोर्ड को मिली 5 एकड़ जमीन में हॉस्पिटल,लाइब्रेरी बनाने और हॉस्पिटल की जिम्मेवारी डॉक्टर कफ़ील को सौंपने का फ़ैसला" यह दावा,ख़बर, पोस्ट, ट्वीट और शेयर सब झूठ है,दूसरी तस्वीर को देखिए तस्वीर यूएस के शहर वर्जिना की UVA यूनिवर्सिटी की है,
जिसको फोटोशॉप कर बाबरी हॉस्पिटल लिख घुमाया जा रहा है और दावा किया जा रहा है कि यह अयोध्या में सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड को मिली 5 एकड़ जमीन का नक्शा है,हद तो तब हो गई जब फोटोशॉप के ज़रिए अल्लाह भी लिख दिया गया,किसी तस्वीर को देखकर शेयर करने से पहले गूगल पर अपलोड कर उस तस्वीर का सच जान लिया कीजिए कि यह तस्वीर कब अपलोड हुई किसकी है कहा कि है तस्वीरों से जुड़ी हर जानकारी गूगल आपको मुहैया करायेगा,मीडिया हाउस भी इसी तरह फैक्ट चेक करते है जिसको आप खुद भी कर सकते है।
कुछ न्यूज़ के लिंक भी शेयर किये जा रहे है उनमें भी ये ही दावे किये जा रहे है और कहा जा रहा है कि अयोध्या में भूमिपूजन के बाद सुन्नी बोर्ड ने उस जमीन पर अस्पताल, लाइब्रेरी और अस्पताल की ज़िम्मेदारी बीआरडी नरसंहार में घिरे डॉक्टर कफ़ील को सौपने का फैसला लिया गया है,जानकारी के लिए बता दु कि वो सभी न्यूज़ के लिंक 24,25 फरवरी व कुछ हाल ही के है,
जिसमे सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड ने कहा था कि हम ज़मीन को स्वीकार करते है और उसमे मस्जिद के साथ हॉस्पिटल बनाने, लाइब्रेरी बनाने का फैसला लिया जा सकता है,लेकिन बात उससे आगे नही बढ़ सकी,कुछ लोग लिख रहे हैं कि यदि सुन्नी बोर्ड उस 5 एकड़ जमीन में हॉस्पिटल,लाइब्रेरी बनाने की तैयारी कर रहा था तो विरोध कीजिए, सुनिए जज़्बाती लौंडो! यदि उस जगह पर हॉस्पिटल, लाइब्रेरी बन गया तो इसमें क्या दिक्कत है क्या परेशानी है?क्या नुक़सान है, हॉस्पिटल बनेगा तो आपके इलाज के काम आयेगा क्योंकि आप रोज़ आपस मे सर फुड़ाई करते है,
लाइब्रेरी बन गई तो वहां किताबे मिलेंगी आपके स्टंट करने के लिए बाइक्स नही मिलेंगी, किताबो से ज्ञान मिलेगा और ज्ञान से आप अधिकारी, डॉक्टर,इंजीनियर बन सकते है, यदि सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड मेरी सुने तो मेरी एक ही सलाह होगी कि वहां हॉस्पिटल,लाइब्रेरी,बना देनी चाहिए और पूरी दुनिया को दिखा देना चाहिए कि इस वक़्त भारत की जनता को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की ज़रूरत है इसलिए हम अस्पताल और लाइब्रेरी दे रहे है।
फिर एक बार कह रहा है जो तस्वीर घूम रही वह फोटोशॉप है जो कि सुन्नी बोर्ड को गालियां और बधाइयां देने का ज़रिया बन चुकी है।