"रूस की कोरोना वेक्सीन फ़र्ज़ी है"
लक्ष्मी प्रताप सिंह
यह घोषित करवाना बिल गेट्स और फार्मा लॉबी के लिए बहुत जरुरी है। वेक्सीन का धंधा जनसंख्या आधारित है। यूरोप के 44 देशों की जनसख्या मात्र 74 करोड़ है जबकि अकेले भारत की जनसंख्या 135 करोड़ है.. चीन, भारत, रूस और ब्राजील की जनसख्या लगभग 325 करोड़ है जो कि पूरे विश्व की 749 करोड़ जनसंख्या का लगभग आधा भाग है और इन देशों में कोरोना भयंकर फैला है। भारत और चीन रूस के शुरुआती मित्र देश हैँ जबकि डिल्मा रोसेफ के तख्ता पलट के बाद ब्राजील की नई सरकार ने अमेरिका का पिट्ठू बनना छोड़ दिया है।
याद कीजिये, वेक्सीन के डेवलपमेंट में लगी बिल गेट्स की कंपनी एस्ट्राजेनेका के लिए भारत में सप्लाई चैनल सेट अप करने के लिए बिल्लू पहले ही रिलायंस में इन्वेस्टमेंट कर चुका है। उसके तुरँत बाद रिलायंस ने ऑनलाइन रिटेल वेंचर लॉन्च किया था। मैं इसी विषय का जानकार होने के नाते कह सकता हूँ कि, कोरोना में पूरे देश की सप्लाई चेन ध्वस्त हो चुकी है।
सिर्फ रिलायंस अपनी सप्लाई चैन मजबूत करने में लगी है। नीता अम्बानी ने कुछ दिन पहले कहा था कि, रिलायंस भारत के हर व्यक्ति तक कोरोना वेक्सीन पहुँचाने का काम करेगा। दरअसल वो इसी सप्लाई चैन के स्थापन की बात कर रही थी। बिल्लू की कंपनी एस्ट्राजेनेका ने हाल ही में चीन के साथ पेहली कोरोना वेक्सीन डील साइन की थी। इस आपदा में बिल गेट्स पैसा के साथ नोबेल पीस प्राइज भी कमाने में लगे थे।
रूस भारत का दोस्त है और कल को रिलायंस की प्रतिद्वंदी कंपनी (जैसे भारती एअरटेल) अगर रूस से करार कर लेती है तो रिलायंस और बिल गेट्स को बड़ा झटका लगेगा.. चीन और अमेरिका एकदम आमने सामने हैँ, चीन के लिए रूस पहली पसंद रहेगा और अमेरिका आखिरी। बचा ब्राजील तो वो भी एक खरीददार की तरह रूस से वेक्सीन लेने से पीछे नहीं हटेगा क्योंकि डिल्मा के तख्ता पलट के बाद नयी सरकार ब्राजील को पटरी पे लाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है।
अम्बानी की गोदी मीडिया बिल्लू को सपोर्ट करेगी क्योंकि अब वो अम्बानी का साझेदार है। रूस फ्री में कोरोना वेक्सीन अपने नागरिकों को दे रहा है जिस से फार्मा लॉबी का खेल बिगड़ रहा है.. भारत के नागरिक तैयार रहिएगा। हर तरफ से तुम्हे बताया जायेगा कि, "रूस की कोरोना वेक्सीन फ़र्ज़ी है".