अयोध्या में बनेगा बाबरी हॉस्पिटल, जानिए बाबरी अस्पताल का सच
गिरीश मालवीय
सोशल मीडिया पर देखा कि अयोध्या में यूपी सुन्नी वक्फ बोर्ड को जो मस्जिद बनाने के लिए जमीन दी गई है उस पर बहुत कन्फ्यूजन चल रहा है कोई बोल रहा है कि वहाँ बाबरी मस्जिद नाम से मस्जिद बनेंगी कोई बता रहा है कि बाबरी अस्पताल बनेगा ऐसे फ़ोटो भी डाल रहे है
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तहत अयोध्या में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ भूमि दिए जाने का फैसला दिया था. यह जो 5 एकड़ जमीन जो दी गयी है वह अयोध्या जिला मुख्यालय से 28 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम धन्नीपुर तहसील सोहावल में थाना रौनाही से लगभग 200 मीटर पीछे दी गयी है वहाँ एक दरगाह बनी हुई है इस जमीन पर अभी खेती हो रही है
कुछ दिन पहले ही अयोध्या के कलेक्टर से जमीन का मालिकाना कब्जा इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट अध्यक्ष जुफर फारुखी, वक्फ बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सैय्यद मो. शोएब और ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने लिया है, इस भूमि पर निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने पिछले हफ्ते 'इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन' ट्रस्ट का गठन किया था उसी ने इस जमीन का कब्जा लिया है
बाबरी मस्जिद के मुद्दे पर इस ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने साफ तौर पर कहा कि बाबर के नाम पर मस्जिद का नाम नहीं होगा. उन्होंने कहा कि मस्जिद की बात होती है वो खुदा का घर होता है, ऐसे में उसका नाम किसी राजा के नाम पर हो या रंक के नाम पर, यह मायने नहीं रखता है.
दरअसल सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड फरवरी 2020 में ही कह चुका है कि अयोध्या में सरकार की ओर से मिलने वाली जमीन पर चैरिटेबल अस्पताल, अध्ययन केंद्र व लाइब्रेरी के साथ ही मस्जिद भी बनाई जाएगी। बोर्ड का कहना है कि सरकार की ओर से मिलने वाली पांच एकड़ जमीन पर जो अस्पताल बनेगा उसमें सभी धर्मों के लोगों का ईलाज होगा और इसी तरह से लाइब्रेरी व अध्ययन केंद्र सभी धर्मों के लोगों के उपयोग में आएगी। पूरे पांच एकड़ के कांप्लेक्स में भवन इस तरह से बनाए जाएंगे जो भारतीय सभ्यता के अनुरूप होंगे.....
दअरसल जिस गांव में यह जमीन दी गयी है वहाँ के स्थानीय निवासियों का भी कहना है कि मस्जिद की जगह कोई अच्छा हॉस्पिटल या स्कूल बने .......