शिवाकांत अवस्थी रायबरेली: स्वर्ण भारत भारतीय हैंडलूम का प्रचार प्रसार विदेशों में कुछ इस प्रकार कर रहा है। कई कम्पनियों से करार है, इ...
शिवाकांत अवस्थी
रायबरेली: स्वर्ण भारत भारतीय हैंडलूम का प्रचार प्रसार विदेशों में कुछ इस प्रकार कर रहा है। कई कम्पनियों से करार है, इंनदो रॉयल सहित रिन्यू रेक्सक के साथ कई महत्वपूर्ण व्यवसायिक समझौते पर हस्ताक्षर पीयष ग्रुप द्वारा किये गए।
आज की शुरुआत बैंकिंग इनफार्मेशन व और लीगल एडवाइजर के साथ बैठकों से शुरू हुई। सबसे पहले पीयूष ग्रुप की टीम सरकारी बैंकों की तरफ रुख की और जरूरी जानकारी लेने के बाद पहले से निर्धारित हुई मीटिंग्स में से आज कुछ कम्पनियों ने अपने प्रोजेस्ट्स और प्रपोजल सामने रखे, जिसका अध्यन बारीकी स किया गया। सबसे पहले इंनदो रॉयल के चेयर मन मिस्टर बरुख़कु ने अपना प्रोपसल रखा। जिसके तहत कैसे हम इन्डोनेशियाई वुडेन हँदीकरफ्त प्रोडक्ट को भारत की मार्कत में उतार सकते हैं। जिनका सुझाव काफी हद तक प्रभावी लगा कि, हम अपने प्रोडक्ट्स को एक्सपोर्ट इंडिया को करें और वहां की जनता के बीच रखे जाए।
जैसा कि, इन्होंने बताया कि, इंडो रॉयल वुडेन हैंडीक्राफ्ट की लीडिंग कॉम्पनि में से एक है और इनके प्रोडक्ट्स लोन्दन और रूस में काफी प्रचलित है। कुछ कुछ प्रोडक्ट्स तो भारत मे भी इन्होंने भेजे हैं। जिसमे ताज ग्रुप ऑफ होटल और मौर्य श्रेतोन्न होटल के सभी वुडेन हैंडीक्राफ्ट इन्ही के द्वारा तैयार किया गया है। आज इनके साथ दो समझौते हुए है, एक ये की हैंडीक्राफ्ट आर्ट की टेक्नोलॉजी पीयूष ग्रुप को देंगे, और प्रोडक्ट मेकिंग का कार्य इंडोनेशिया में न होकर सीधे इंडिया में हो, जिससे एक्सपोर्ट का कॉस्ट कम हो साथ ही साथ इंडियंस को रोजगार भी मिले।
ब्रांडिंग इनकी स्वयं की होगी पर मैन्युफैक्चरिंग भारत में पीयूष ग्रुप के माध्यम से कराई जाएगी। इसके बदले इन्हें हर प्रोडक्ट के प्रॉफिट में से ब्रांड रॉयल्टी के तहत बीस प्रतिशत दिए जाने पर सहमति बनी है। साथ ही हम वुडेन हैंडीक्राफ्ट की इंडियन टेक्नॉलॉजी इंडो रॉयल के साथ शेयर करेंगे। साथ ही पीयूष ग्रुप को भी ब्रांड रॉयल्टी के रूप में बीस प्रतिशत की हिसेदारी प्राप्त होगी। इस समझौते में अलग बात ये रही कि, पहले साल तक प्रोडक्ट मेकिंग का कार्य भारत में पीयूष ग्रुप ऑफ कम्पनीज़ द्वारा ही होगा वहां से प्रोडक्ट सीधे इंडोनेसिन मार्किट में भेजा जायेगा, एक साल के बाद हम उन प्रोजेक्ट को इंडोनेशिया में बनाने के अधिकार पर विचार करेंगे। जिससे भारत के मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट को बढ़ावा मिलेगा।
साथ ही दूसरा करार रिन्यू रेक्सक कम्पनी से आई कंट्री हेड श्रीमती नुनु ने अपनी कंपनी के प्रोजेस्ट्स एवम प्रोडक्ट को सामने रखा, रिन्यू रेक्सक इंडोनेशिया का जाना माना नाम है, जो टेक्सटाइल हंडीक्राफट के लिए मशहूर है, और कमपनी सिर्फ महिलाओं को ही रोजगर प्रदान करती है। मार्केटिंग से लेकर मैन्युफैक्चरिंग तक सभी कामो में महिलाओं का ही बोलबाला है। इनके कार्यों को देखकर कॉम्पनि के प्रोजेस्ट्स पर इन्वेस्टमेंट पर पीयूष ग्रुप द्वारा हामी भरी गई है, और दस प्रतिशत की हिस्सेदारी पीयूष ग्रुप लेने को तैयार है।
साथ ही वुलेन आर्ट की टेक्नोलॉजीज को भारत को देने के लिए भी करार हुए हैं, जो काफी उम्मीद भरा साबित होने की आशा है। इन सभी करार एवम टेक्नोलॉजीज के आदान प्रदान पर सारा दिन लीगल एडवाइजर एवम सी ए के साथ बैठकों का दौर जारी रहा। जिसके फ्लश्वरूप पीयूष ग्रुप इंडिया और इन्डोनेशियाई कम्पनियों के रिन्यु रेक्सक व इंडो रॉयल के साथ कई महत्वपूर्ण समझौते सफलता पूर्वक किये गये।