बिहार चुनाव के लिए लॉलीपॉप, रेलवे ने 1 लाख 40 हज़ार पदों के लिए परीक्षाओं के तारीखों का किया एलान......
Shakeeb Rahman
बेरोजगार छात्रों द्वाराट्विटर पर ट्रेंड चलाने , डिस्लाइक जिहाद और अंततोगत्वा 5 सितम्बर को 5 बजे थाली बजाने का आंदोलन करने कारण पीयूष गोयल ने रेलवे की परीक्षाओं की तारीख की घोषणा तो कर दी लेकिन इसमे भी चालाकी खेल गए....
पीयूष गोयल वही व्यक्ति मंत्री हैं जिन्होंने 2017 में कहा था कि नौकरियों का जाना अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत है....क्योंकि मंत्री जी को स्वरोजगार पैदा करने वाले युवा पसन्द हैं.... अब क्या ऐसे मंत्री बेरोजगारों को सरकारी नौकरी देंगे ?
इस बार भी मंत्री जी ने बहुत ही चालाकी से दबाव बढ़ने पर 15 दिसम्बर की तारीख दे दी तब तक बिहार चुनाव खत्म हो चुका होगा ये सर्वविदित है कि रेलवे की नौकरियों के लिए सबसे ज़्यादा बिहार के युवा ही तैयारी करते हैं....तो बिहार चुनाव का लॉलीपॉप है....
जिन वैकेंसी के लिए तारीखों का एलान किया गया है ये वही वेकेंसी जिनको लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मार्च 2019 में निकला गया था....जिसकी परीक्षा सितम्बर में होनी तय थी.....अब तक क्यों नहीं हुई ?
लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद सब ठंडे बस्ते में डाल कर सरकार रेलवे को बेचने में लग गई.....अब जब युवाओं ने हंगामा किया तो तारीख का झुनझुना पकड़ा दिया गया है.....जबकि पहले से बहाल लोको पायलट के ज्वाइनिंग का कोई नाम लेने वाला नहीं है...
बेरोजगार छात्रों द्वाराट्विटर पर ट्रेंड चलाने , डिस्लाइक जिहाद और अंततोगत्वा 5 सितम्बर को 5 बजे थाली बजाने का आंदोलन करने कारण पीयूष गोयल ने रेलवे की परीक्षाओं की तारीख की घोषणा तो कर दी लेकिन इसमे भी चालाकी खेल गए....
पीयूष गोयल वही व्यक्ति मंत्री हैं जिन्होंने 2017 में कहा था कि नौकरियों का जाना अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत है....क्योंकि मंत्री जी को स्वरोजगार पैदा करने वाले युवा पसन्द हैं.... अब क्या ऐसे मंत्री बेरोजगारों को सरकारी नौकरी देंगे ?
इस बार भी मंत्री जी ने बहुत ही चालाकी से दबाव बढ़ने पर 15 दिसम्बर की तारीख दे दी तब तक बिहार चुनाव खत्म हो चुका होगा ये सर्वविदित है कि रेलवे की नौकरियों के लिए सबसे ज़्यादा बिहार के युवा ही तैयारी करते हैं....तो बिहार चुनाव का लॉलीपॉप है....
जिन वैकेंसी के लिए तारीखों का एलान किया गया है ये वही वेकेंसी जिनको लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मार्च 2019 में निकला गया था....जिसकी परीक्षा सितम्बर में होनी तय थी.....अब तक क्यों नहीं हुई ?
लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद सब ठंडे बस्ते में डाल कर सरकार रेलवे को बेचने में लग गई.....अब जब युवाओं ने हंगामा किया तो तारीख का झुनझुना पकड़ा दिया गया है.....जबकि पहले से बहाल लोको पायलट के ज्वाइनिंग का कोई नाम लेने वाला नहीं है...