1000 स्टेशनों पर रेलवे यूजर चार्ज वसूलने की योजना बना रहा है ?
गिरीश मालवीय
यह बात समझ के बाहर है कि क्यों रेलवे लगभग 1000 स्टेशनों पर रेलवे चार्ज वसूलने की योजना बना रहा है ? .......कायदे से यह यूजर चार्ज सिर्फ उन्हीं स्टेशनों के लिए लागू होना चाहिए जिन्हें निजी कंपनियों ने री-डिवेलप किया हो !!.... लेकिन अब कायदो की परवाह कर कौन रहा है यूजर चार्ज को यात्रियों से टिकट बुक करते वक्त ही ले लिया जाएगा। .....
जो लोग सोच रहे है कि सिर्फ बड़े बड़े रेलवे स्टेशनों पर जहां सुविधाए ज्यादा है वही पर रेलवे यूजर चार्ज लगाने जा रहा है तो वे अपनी गलती सुधार ले !......देश के 15 फीसदी रेलवे स्टेशनों पर यूजर चार्ज लगाया जाना है। इस समय भारतीय रेल के पास करीब 7000 रेलवे स्टेशन हैं। इनमें से 15 फीसदी स्टेशनों पर यदि शुल्क लगता है तो इनकी संख्या 1000 से अधिक ही होगी।
अब ये भी समझिए कि देश में खूब कमाई करने वाले इस समय 75 स्टेशन हैं। इन्हें A1 स्टेशन का दर्जा हासिल है। इनमें नई दिल्ली, दिल्ली, हावड़ा, सियालदह, लखनउ, वाराणसी, पटना, चंडीगढ़, प्रयागराज आदि स्टेशन शामिल हैं। इनसे थोड़ा कम लेकिन अन्य स्टेशनों से ज्यादा कमाई करने वाले 332 स्टेशन हैं। इन्हें A केटेगरी का स्टेशन कहा जाता है।
इनमें बलिया, बस्ती, आजमगढ़, मिर्जापुर, गोंडा, हाजीपुर, गोमो, डाल्टेनगंज, डेहरी आन सोन, गया, आरा, बक्सर, किउल, जमालपुर, दुर्गापुर जैसे स्टेशन शामिल हैं। .....यानि इनमे भी यूजर चार्ज तो लगेगा ही। .....अब A 1 और A श्रेणी के स्टेशन की संख्या जोड़ भी ले तो यह 407 स्टेशन ही होते हैं जबकि रेलवे 1000 से अधिक स्टेशनों पर यूजर चार्ज लेने की बात कर रहा है इसका अर्थ ये है B केटेगरी के भी सेकड़ो स्टेशन इसकी जद में आने वाले है
यह बात समझ के बाहर है कि क्यों रेलवे लगभग 1000 स्टेशनों पर रेलवे चार्ज वसूलने की योजना बना रहा है ? .......कायदे से यह यूजर चार्ज सिर्फ उन्हीं स्टेशनों के लिए लागू होना चाहिए जिन्हें निजी कंपनियों ने री-डिवेलप किया हो !!.... लेकिन अब कायदो की परवाह कर कौन रहा है यूजर चार्ज को यात्रियों से टिकट बुक करते वक्त ही ले लिया जाएगा। .....
जो लोग सोच रहे है कि सिर्फ बड़े बड़े रेलवे स्टेशनों पर जहां सुविधाए ज्यादा है वही पर रेलवे यूजर चार्ज लगाने जा रहा है तो वे अपनी गलती सुधार ले !......देश के 15 फीसदी रेलवे स्टेशनों पर यूजर चार्ज लगाया जाना है। इस समय भारतीय रेल के पास करीब 7000 रेलवे स्टेशन हैं। इनमें से 15 फीसदी स्टेशनों पर यदि शुल्क लगता है तो इनकी संख्या 1000 से अधिक ही होगी।
अब ये भी समझिए कि देश में खूब कमाई करने वाले इस समय 75 स्टेशन हैं। इन्हें A1 स्टेशन का दर्जा हासिल है। इनमें नई दिल्ली, दिल्ली, हावड़ा, सियालदह, लखनउ, वाराणसी, पटना, चंडीगढ़, प्रयागराज आदि स्टेशन शामिल हैं। इनसे थोड़ा कम लेकिन अन्य स्टेशनों से ज्यादा कमाई करने वाले 332 स्टेशन हैं। इन्हें A केटेगरी का स्टेशन कहा जाता है।
इनमें बलिया, बस्ती, आजमगढ़, मिर्जापुर, गोंडा, हाजीपुर, गोमो, डाल्टेनगंज, डेहरी आन सोन, गया, आरा, बक्सर, किउल, जमालपुर, दुर्गापुर जैसे स्टेशन शामिल हैं। .....यानि इनमे भी यूजर चार्ज तो लगेगा ही। .....अब A 1 और A श्रेणी के स्टेशन की संख्या जोड़ भी ले तो यह 407 स्टेशन ही होते हैं जबकि रेलवे 1000 से अधिक स्टेशनों पर यूजर चार्ज लेने की बात कर रहा है इसका अर्थ ये है B केटेगरी के भी सेकड़ो स्टेशन इसकी जद में आने वाले है