अगर आपने भी लिया है इन ढाबों पर पराठों का स्वाद, तो अब भूलकर भी इन ढाबों पर न जाएँ क्योंकि...
सोनीपत। जैसा की सभी जानते हैं कि अमरीक सुखदेव और गरम धरम ढाबा अपने पराठों समेत अन्य व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन आप ये भी जानते होने कि चार दिन पहले इन दोनों ढाबों पर कोरोना बम फूटा है और यहाँ के कई कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
अगर आप पिछले 15 दिनों के दौरान सोनीपत के मुरथल में स्थित अमरीक सुखदेव और गरम धरम ढाबों पर पराठे या फिर अन्य व्यंजन का स्वाद लेकर लौटे हैं तो यह खबर आपके बेहद काम की है। दरअसल, अमरीक सुखदेव और गरम-धरम ढाबों पर करीब 90 कर्मचारी कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं। ऐसे अगर आप 15-2- दिन के दौरान यहां से पराठे खाए हैं, तो अपने परिवार के हित में जरूर कोरोना टेस्ट करवाएं।
गौरतलब है कि इन दोनों ढाबों में कार्यरत 81 कर्मचारी कोरोना वायरस संक्रमित मिले हैं, इसके बाद पूरे हरियाणा के साथ दिल्ली-एनसीआर में भी हड़कंप मचा हुआ है। देश-दुनिया में लोकप्रिय इन दोनों ढाबों पर कोरोना काल में भी रोजाना 4000 लोग आ रहे थे, इसलिए सोनीपत जिला प्रशासन के लिए यहां पर आने वालों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग चुनौती बन गया है।
वहीं, जिला प्रशासन से जु़ड़े अधिकारियों की मानें तो पिछले एक सप्ताह के दौरान हजारों लोगों ने देश-दुनिया में लोकप्रिय अमरीक सुखदेव और गरम-धरम ढाबों का दौरा किया था, लेकिन सही संख्या का पता नहीं लग सका है। वहीं, सोनीपत जिला कलेक्टर श्याम लाल पूनिया ने कहा कि कॉटैक्ट ट्रेसिंग का काम शुरू हो चुका है, इसमें समय लगेगा।
जिला प्रशासन यहां पर पराठे खाने आए लोगों से गुजारिश कर चुका है कि वे अपना टेस्ट करवा लें, क्योंकि ऐसा नहीं करने की स्थिति में कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
बताया जा रहा है कि यहां पर पिछले एक पखवाड़े के दौरान आए लोगों ने टेस्ट करवाने के लिए पूछताछ तेज कर दी है। जिला प्रशासन ने दोनों चर्चित ढाबों के संचालकों से रजिस्टर आदि मंगाए हैं, जिनसे यहां पर आने वालों लोगों तक पहुंचा जा चुका है। वहीं, ढाबा संचालकों की मानें तो उन्होंने यहां पर आने वालों की सारी जानकारी जिला प्रशासन को मुहैया करा दी है।
उपायुक्त ने कहा कि ढाबा संचालक एक रजिस्टर लगाएं, जिसमें प्रत्येक ग्राहक की मोबाइल नंबर व आवासीय पते सहित पूर्ण जानकारी दर्ज की जाए। यदि कोई ग्राहक रजिस्टर में जानकारी दर्ज करवाने से इनकार करे तो उसे ढाबे में प्रवेश न दिया जाए। उपायुक्त ने राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित गुलशन ढाबा, मन्नत हवेली व अन्य ढाबों की पड़ताल की।
मास्क को निर्धारित नियमानुसार ही नष्ट किया जाए। ऐसे ही यदि मास्क खुले में अथवा कूड़े में फेंके गए तो संबंधित ढाबों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उपायुक्त ने सभी रेस्तरांओं-ढाबा संचालकों को निर्देश दिए कि वे उनके यहां आने वाले श्रमिकों की अनिवार्य रूप से पहले कोरोना जांच करवाएं।