मां वैष्णो देवी के चरणों में अब रोजाना 5000 भक्त लगा सकेंगे हाजिरी
जम्मू। माता वैष्णो देवी के दर्शन का इंतजार कर रहे भक्तों के लिए खुशखबरी आई है। अब श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिलने जा रही है। सूत्रों के हवाले से खबर सामने आई है कि 2000 की जगह अब रोजाना 5000 भक्त मां के दरबार में हाजिरी लगा सकेंगे।
दरअसल कोरोना की वजह से बंद वैष्णो देवी मंदिर का दरबार एक बार फिर से खुल गया है, त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित वैष्णो देवी मंदिर को कोविड-19 महामारी के कारण लगभग पांच महीनों तक बंद रखे जाने के बाद 16 अगस्त को फिर से खोला गया था।
ऐसे में उस दौरान करीब दो हजार लोग माता के दर्शन हर दिन कर सकते थे, लेकिन अब दो हजार की जगह पांच हजार लोग माता के दरबार में हाजिरी लगा सकेंगे। इनमें जम्मू कश्मीर के 4500 और अन्य राज्यों से 500 यात्री आ सकते हैं।
बता दें इस बार भी मां वैष्णो देवी की यात्रा में 10 साल से कम उम्र के बच्चों और 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को यात्रा करने की अनुमति नहीं है। बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं में कोरोना वायरस का संक्रमण तेज होता है, इस कारण इन्हें यात्रा करने की मनाही है।
कटरा से भवन जाने के लिए बाणगंगा, अर्धकुंवारी और सांझीछत के पारम्परिक मार्गों का इस्तेमाल किया जाएगा और भवन से आने के लिए हिमकोटि मार्ग-ताराकोट मार्ग का इस्तेमाल किया जाएगा।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अनुसार, 30 सितंबर तक आने वाले सभी श्रद्धालुओं को ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा। जम्मू-कश्मीर के श्रद्धालुओं का मां वैष्णो देवी के प्रवेश द्वार पर कोरोना का रैपिड टेस्ट करवाना पहले की तरह जारी रहेगा।
वहीं दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालु अपने साथ कोविड टेस्ट रिपोर्ट लेकर आएं, जिसकी वैधता 48 घंटे यानी दो दिन रखी गई है। वहीं श्रद्धालु कोरोना को लेकर यात्रा के दौरान सभी तरह के आदेशों का पालन कर रहे हैं। वर्तमान में साफ मौसम के चलते श्रद्धालुओं को हेलीकॉप्टर सेवा, बैटरी कार सेवा और पैसेंजर केबल कार सेवा जैसी सुविधाएं भी मिल रही हैं।