यूपी में बिजली के बिल से कटेगी आम आदमी की जेब, प्रस्ताव दाखिल, जानिए कितनी बढ़ी दरें
पावर कॉर्पोरेशन ने नियामक आयोग में सोमवार को 2020-21 के लिए नए स्लैब पर बिजली दरों का प्रस्ताव दाखिल कर दिया। इस बदलाव के बाद नए सिरे से दरों के निर्धारण में जहां छोटे उपभोक्ताओं पर बिल का बोझ बढ़ सकता है वहीं ज्यादा बिजली इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं को राहत मिल सकती है।
राज्य विद्युत नियामक आयोग ने कॉर्पोरेशन को तीन दिन में प्रस्तावित दरों का सार्वजनिक प्रकाशन कराने के आदेश दिए हैं। प्रस्ताव दाखिल होने के बाद आयोग ने नई दरों पर 8 और 10 सितंबर को होने वाली जनसुनवाई की तारीख बढ़ाकर 24 व 28 सितंबर तय कर दी है।
कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक की ओर से दाखिल श्रेणीवार दरों के प्रस्ताव के मुताबिक 150 से 200 यूनिट के बीच खपत करने वाले उपभोक्ताओं पर ज्यादा बोझ बढ़ सकता है।
ग्रामीण घरेलू अनमीटर्ड उपभोक्ताओं की दर यथावत 500 रुपये प्रति किलोवाट प्रतिमाह ही प्रस्तावित की गई है। इसी तरह एक किलोवाट भार वाले ग्रामीण व शहरी घरेलू बीपीएल उपभोक्ताओं की 100 यूनिट तक की दरें भी यथावत तीन रुपये प्रति यूनिट प्रस्तावित की गई हैं।
ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं का फिक्स चार्ज 90 प्रति किलोवाट व शहरी घरेलू का 110 रुपये प्रति किलोवाट भी यथावत प्रस्तावित किया गया है। शहरी उपभोक्ताओं पर पड़ेगा ये असर
यूनिट-------वर्तमान टैरिफ पर खर्च-------प्रस्तावित टैरिफ पर खर्च ------- फायदा/नुकसान
150--------------825 रुपये------------------------840 रुपये-------------------15 रुपये नुकसान
200 --------------1125 रुपये ---------------- 1130 रुपये------------------- 5 रुपये नुकसान
300--------------1725 रुपये------------------ 1710 रुपये-------------------15 रुपये फायदा
400-------------- 2375 रुपये ---------------- 2375 रुपये------------------- कोई फर्क नहीं
500-------------- 3025 रुपये-----------------3040 रुपये--------------------15 रुपये नुकसान
800---------------5125 रुपये---------------- 5035 रुपये--------------------90 रुपये फायदा
1000--------------6525 रुपये ----------------6365 रुपये-------------------160 रुपये फायदा