खाप पंचायत ने चाची-भतीजे को सबके सामने नंगा कर दूध से नहलाया, जानिए पूरा मामला
सीकर। खाप पंचायत फिर एक बार बदसूरत चेहरा सामने आया हैं। जिसमे उन्होंने तालिबानी फैसला देते हुए पूरे गांव के सामने रिश्ते में चाची-भतीजे को नग्न अवस्था में नहलाने का फैसला सुना दिया। यह सनसनीखेज मामला राजस्थान के सीकर जिले में सामने आया है।
खाप पंचायत में पंच-पटेलों ने रिश्ते में चाची-भतीजा लगने वाले युवक-युवती को शर्मनाक सजा सुनाई और सबके सामने निवस्त्र कर नहलाया गया है। सीकर पुलिस ने पूरे प्रकरण में 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पूरा मामला सीकर जिले के नेछवा पुलिस थाना इलाके के गांव सोला का है। यहां पिछले दिनों रिश्ते में चाची-भतीजे लगने वाले युवक-युवती का एक आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ। इसके बाद गांव में खाप पंचायत बैठी, जिसमें समाज के सीकर, चूरू, झुंझुनूं और बीकानेर के पंच पटेलों समेत 400 लोग शामिल हुए।
आरोप है कि खाप पंचायत में न केवल युवक के परिवार पर 31 हजार रुपए और युवती के परिवार पर 22 हजार रुपए बतौर जुर्माना वसूला बल्कि दोनों को शुद्धिकरण के नाम पर सबके सामने नंगा करके दूध और पानी से नहलाया गया। युवक और युवती पर नहलाते समय पतला सफेद कपड़ा लपेटा गया था। 400 लोगों की भीड़ उनके वीडियो बनाती रही।
पूरे प्रकरण में चौंका देने और शर्मनाक बात यह है कि चार जिलों के पंच पटेलों में चार सौ लोगों की मौजदूगी में युवक-युवती को सजा सुनाई और उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया। इतना सब हो जाने के बावजूद सीकर पुलिस को भनक नहीं लगी।
अब अखिल राजस्थान सांसी समाज सुधार एवं विकास न्यास के प्रदेश अध्यक्ष सवाईसिंह मालावत ने सीकर एएसपी को नेछवा इलाके के सोला गांव में हुई खाप पंचायत की लिखित शिकायत की। इसके बाद सीकर पुलिस ने नेमाराम सांसी, सुरेश कुमार और अमीचंद समेत 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बता दें कि सजा सुनाने वाले पंचों में से एक सरकारी नौकरी से रिटायर्ड है जबकि एक अन्य व्यक्ति वर्तमान में सरकारी कर्मचारी है।
मीडिया से बातचीत में सीकर एएसपी डॉक्टर देवेंद्र शर्मा कहते हैं कि सांसी समाज के कुछ पंच-पटेलों और पीड़ितों के परिवार की सहमति से युवक और युवती को नहलाया है। युवती के सास-ससुर से भी पूछताछ की जा रही है। एसटी-एससी सेल के सीओ, लक्ष्मणगढ़ सीओ और थानाधिकारी को भेजकर जांच करवाई गई है। पीड़िता के बयान भी ले लिए गए हैं।
वहीं, दूसरी ओर अखिल राजस्थान सांसी समाज सुधार एवं विकास न्यास के प्रदेश महासचिव राकेश कुमार कहते हैं कि सांसी समाज में यह कुप्रथा बरसों से चली आ रही है। युवक-युवती के परिवार वाले उन्हें नहलाने की इजाजत न देते तो उन्हें समाज से बाहर कर दिया जाता। इसके बाद परिवार को किसी सामाजिक कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाता। यदि कोई बुलाता तो बुलाने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाती।