कीर्तन में ढोलक बजाने को लेकर महिलाओं के बीच हुआ खूनी झगड़ा
भिवानी। भगवान के घर ढोलक बजाने को लेकर हुई तू तू मैं मैं इतनी बढ़ गई कि खूनी संघर्ष में बदल गई। छोटी सी बहस जानलेवा हमले में बदल गई। यह घटना भिवानी के बामला गांव में हुई , जिसने सबको दहला कर रख दिया।
हैरानी की बात ये है कि दोनों घटनाओं में महिलाएं ही महिलाओं पर लाठी, डंडों व सरिए से जानलेवा हमला कर रही हैं। उससे भी हैरानी की बात ये कि पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद भी कुछ लड़कियां अपनी मां का बदला खुद ही आरोपित महिला को लाठी डंडों से पीट कर ले रही हैं, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। ये पूरा मामला 30 अगस्त का गांव बामला का बताया जा रहा है।
दरअसल, 28 अगस्त को बामला गांव में बुधवारी माता के मंदिर में ढोल बजाने के लेकर संतोष व अनीता नामक महिलाओं में बहस हो गई थी। जिसके बाद अनीता ने संतोष का सिर लोहे के सरिए से वार करके फोड़ दिया। इस अचानक हुए हमले के लिए संतोष तैयार नहीं थी,
जिसके चलते उसे नागरिक अस्पताल में भर्ती किया गया। लेकिन अधिक खून बाह जाने की वजह से उसे रोहतक पीजीआई रेफर किया गया। संतोष के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत मिलने के बाद सदर पुलिस ने अनीता व उसके पति के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। लेकिन मामला यही पर ख़त्म नहीं हुआ।
संतोष का परिवार इस घटना को सहन नहीं कर पाया। उसकी तीन बेटियों तथा एक अन्य महिला ने मां के साथ हुई वारदात का बदला लेने के लिए 30 अगस्त को अनीता को लाठी डंडों से पीटा। जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। इस बारे जानकारी देते हुए इंस्पेक्टर श्रीभगवान ने बताया कि अनीता भिवानी नागरिक अस्पताल में भर्ती है। इंस्पेक्टर ने बताया कि इस मामले में दोनों पक्षों की शिकायत के आधार पर पर्चे दर्ज कर लिए हैं और दोनों महिलाओं का उपचार चल रहा है। चिकित्सकों की राय के बाद मामले की जांच की जाएगी।
28 अगस्त को अनीता द्वारा संतोष पर सरिए से वार करना और फिर संतोष की लड़कियों द्वारा पुलिस द्वारा कार्यवाई करने तक भी संतुष्टि ना कर अपनी मां का बदला लेने के लिए अनीत पर गुंडों की तरह वार करना बताता है कि ना केवल गुंडे बदमाशों बल्कि आमजन में भी कानून का खौफ नहीं है। आमजन भी पुलिस और कानून की कार्रवाई का इंतजार करने की बजाय खुद ही गुंडागर्दी पर बहुत जल्द उतारू हो जाते हैं।