♻️ किसान, मजदूर, महिला, बेरोजगार, सरकारी कर्मचारी सभी परेशान है शिवाकांत अवस्थी रायबरेली: राष्ट्रीय सनातन महासभा भारत के राष्ट्रीय सचिव...
♻️ किसान, मजदूर, महिला, बेरोजगार, सरकारी कर्मचारी सभी परेशान है
शिवाकांत अवस्थी
रायबरेली: राष्ट्रीय सनातन महासभा भारत के राष्ट्रीय सचिव ज्ञान प्रकाश तिवारी ने यूपी की योगी सरकार पर सीधा हमला बोला, उन्होंने आरोप लगाया कि, प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज ही नहीं रह गई है, अधिकारी बेलगाम होकर सरकार के एजेंटों की तरह काम कर रहे हैं। भ्रष्टाचार चरम पर है, भाजपा के नेताओं और जनप्रतिनिधियों के साथ अधिकारी दुरभिसंधि करके आम जनता और प्राकृतिक संसाधनों को जम कर लूट रहे हैं। इस सरकार में न केवल ब्राह्मणों बल्कि समाज के हर तबके के ऊपर लगातार अन्याय और अत्याचार हो रहा है।
आपको बता दें कि, श्री तिवारी ने ब्राह्मणों को लेकर कहा कि, ऐसा लगता है, जैसे सरकार के संरक्षण में यूपी में एक मिशन चला कर ब्राह्मणों की हत्याएं की जा रही हैं। आज उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है, आए दिन हत्याएं हो रही हैं यह बहुत ही चिंता का विषय है। उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों के ऊपर लगातार हो रहे हमले योगी सरकार की ब्राह्मण विरोधी मानसिकता का प्रतीक हैं। भाजपा के सांसद और विधायक ब्राह्मणों के खिलाफ अनापशनाप बयानबाजी करते रहते हैं, और भाजपा के लोग खेद तक नहीं जताते, जबकि ब्राह्मणों ने भी भाजपा को वोट किया था। इस सरकार में उपेक्षित ब्राह्मण 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सबक सिखाने का काम करेगा। उन्होंनेे कहा कि, भाजपा ही ऐसी पार्टी है, जो धर्म और जाति के नाम पर समाज को बांटने में लगी है। प्रदेश में जो हालात बने हैं, उसमें आम जनता घुटन महसूस कर रही है, और 2017 के विधानसभा चुनाव के अपने फैसले पर पछता रही है।
श्री तिवारी ने दावा किया कि, 2022 के चुनाव में माहौल को देखते हुए सत्ता परिवर्तन जरूर होगा। हमने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। उन्होंने जनता से अपील की है कि, योग्य व्यक्ति का चुनाव 2022 में किया जाए, जो भी जनता की सेवा, बेरोजगारी दूर करने का संकल्प, गरीबों की समस्या को दूर कर सके। हमें ऐसे विधायक का नेतृत्व चुनना होगा।
उन्होंने कहा कि, जनता के बीच पहुंचकर उनका दुख दर्द सुना जा रहा है, और हमारा प्रयास है कि, जनहितकारी नीतियों को आमजन तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने योगी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की नीतियों को जनविरोधी करार देते हुए कहा कि, भगवान परशुराम जी को भगवान की श्रेणी से हटा कर महापुरुष बना दिया, और परशुराम जयंती की छुट्टी तक खत्म कर दी, यह ब्रह्म समाज के लोगों का सरासर अपमान है।
इस दौरान रमेश चंद चौरसिया, राम अवध यादव, गीतेश दीक्षित, हरीश शर्मा, रितेश कनौजिया, राजेश मिश्रा, कृष्ण कुमार तिवारी, कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।