शिवाकांत अवस्थी डलमऊ/रायबरेली : राजा बनना आसान है, लेकिन जो गरीबों के दिल में राजा की तरह राज करें वही सच्चा राजा माना जाता है। डलमऊ ऐति...
शिवाकांत अवस्थी
डलमऊ/रायबरेली: राजा बनना आसान है, लेकिन जो गरीबों के दिल में राजा की तरह राज करें वही सच्चा राजा माना जाता है। डलमऊ ऐतिहासिक धार्मिक नगरी में जब जब योजनाएं आई और भूमि के अभाव में योजनाओं को कहीं और स्थानांतरित करने की कवायद शुरू हुई, तो वहां भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पूर्व एमएलसी राजा राकेश प्रताप सिंह ने अपनी भूमि को निशुल्क शासन को दान में दिया, और योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए भरपूर कोशिश भी की।
आपको बता दें कि, डलमऊ कस्बे में अधिकांश भूमि पूर्व एमएलसी श्री सिंह के नाम दर्ज है। जिसके चलते यहां पर योजनाएं धरातल पर उतरने से पहले ही धड़ाम हो जाती थी। परंतु जब इस मामले की जानकारी पूर्व एमएलसी राजा राकेश प्रताप सिंह शिवगढ़ को हुई, तो उन्होंने अपनी जमीन कस्बे वासियों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकारी योजनाओं में निशुल्क दान देने लगे। सर्वप्रथम राजा राकेश प्रताप सिंह ने 312 गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास के निर्माण के लिए अपनी भूमि गरीबों को वितरित कर दी, इसके बाद उन्होंने नमामि गंगे योजना के अंतर्गत शासन को जमीन देकर घाटों का सुंदरीकरण कराया। इतना ही नहीं श्री सिंह ने करीब 53 करोड़ की लागत से सीवरेज प्लांट योजना को जब भूमि नहीं मिल रही थी, तो उन्होंने करीब 3 बीघा भूमि इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए शासन को दान में दे दी।
बुधवार को पूर्व एमएलसी वाह भाजपा राष्ट्रीय परिषद सदस्य राजा राकेश प्रताप सिंह के खास सत्येंद्र सिंह भदोरिया ने एसडीएम को योजना के लिए अनापत्ति दे दी है। करीब 53 करोड़ की सीवरेज प्लांट योजना का निर्माण अब गाटा संख्या 1582 और 2677 की भूमि पर होगा। इस योजना के अंतर्गत एक प्लांट मोहल्ला शेरन्दाजपुर में निर्माण होगा। वहीं दूसरे
प्लांट का निर्माण मोहल्ला शेखवाड़ा पंप कैनाल के पास होगा। इस योजना के अंतर्गत सीवर लाइन, गंगा नदी में गिर रहे नालों का पानी एक प्लांट में एकत्रित कर उसे फिल्टर किया जाएगा, इतना ही नही कस्बे के अंतर्गत नाले व नालिया खुले नहीं रहेंगे। उक्त योजना का कार्य जल निगम को सौंपा गया है। जेई सुरेंद्र कुमार ने बताया कि, इस योजना के अंतर्गत 53 करोड़ रुपए का एस्टीमेट तैयार किया गया था।लेकिन योजना के अनुसार जमीन कम मिली है। जिसके चलते 33 करोड़ रुपए का एस्टीमेट बनाकर तैयार किया गया है। अब जल्द ही काम प्रारंभ होगा।
वहीं पूर्व एमएलसी राजा राकेश प्रताप सिंह ने बताया कि, डलमऊ से जमीन के अभाव में कोई भी योजना स्थानांतरित नहीं होगी। डलमऊ के विकास के लिए जमीन और भी दी जाएंगी।