शिवाकांत अवस्थी महराजगंज/रायबरेली: प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने तहसीलवार ऐतिहासिक स्थलों का सर्वेक्षण कराने का काम शुरू क...
शिवाकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने तहसीलवार ऐतिहासिक स्थलों का सर्वेक्षण कराने का काम शुरू किया है। इसी क्रम में तहसील महराजगंज में भी 5 पुरातात्विक और ऐतिहासिक स्थलों का चयन करके जिले के माध्यम से रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। इनमें शिवगढ़ का भव्य महेश विलास पैलेस और बावन बुजुर्ग बल्ला महराजगंज में राना बेनी माधव सिंह द्वारा अज्ञातवास के दौरान बनवाया गया प्राचीन हनुमान मंदिर भी शामिल है।
आपको बता दें कि, इस बात की जानकारी मिली है कि, शासन द्वारा ऐतिहासिक स्थलों का सर्वे कराकर इन स्थलों को जीर्ण शीर्ण होने से बचाने के लिए बड़ी कार्य योजना तैयार की जा रही है। ताकि इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाओं को अपने आंचल में समेटे यह स्थल अस्तित्व विहीन ना हो जावें। तहसीलदार महराजगंज विनोद कुमार सिंह ने बताया कि, अपर जिलाधिकारी प्रशासन के निर्देश पर महराजगंज तहसील में सर्वेक्षण कराया गया, जहां 25 ऐसे स्थान चिन्हित किए गए है, जिनका इतिहास से सरोकार है। इनमें अपनी भव्यता और अनूठे वास्तुकला के प्रतीक महेश विलास पैलेस जो शिवगढ़ में कभी राजा शिवगढ़ का कोर्ट रहा है। उसे भी शामिल किया गया है।
वहीं महराजगंज के जनई गांव में सीतारामन मंदिर जिसके बारे में लोगों का कहना है कि, जन्मेजय द्वारा पवित्र नागयज्ञ यहीं किया गया था। इसके साथ ही बछरावां ब्लॉक के कुर्ली सुदौली गांव में भवरेश्वर महादेव मंदिर का भी ऐतिहासिक महत्व है। इसी क्रम में बछरावां के राजा मऊ गांव में प्राचीन शिव मंदिर जो भव्य शिल्प कला का द्वोतक है, और महराजगंज ब्लाक के बावन बुजुर्ग बल्ला स्थित हनुमान जी का प्राचीन मंदिर, जो हरचंदपुर तिराहे के पास स्थित है। इसके बारे में कहा जाता है कि, अट्ठारह सौ सत्तावन के संग्राम में अमर स्वतंत्रता सेनानी राणा बेनी माधव सिंह ने अंग्रेजो के खिलाफ लड़ाई के दौरान अज्ञातवास में आकर यहां निवास किया था, और उन्होंने श्री हनुमान जी के मंदिर की स्थापना की थी। इस मंदिर के जमीन से करीब 10 फुट ऊंचाई पर बने चबूतरे मंदिर को भव्यता प्रदान करते हैं, और इसके ऊपर बने मंदिर में क्षेत्र के हजारों लोगों की श्रद्धा जुड़ी हुई है।