डॉ मनोज पांडेय ने सैकड़ों सपाइयों के साथ पैदल मार्च करते हुए एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को भेजा ज्ञापन शिवाकांत अवस्थी डलमऊ/रायबरेली: ...
डॉ मनोज पांडेय ने सैकड़ों सपाइयों के साथ पैदल मार्च करते हुए एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
शिवाकांत अवस्थी
डलमऊ/रायबरेली: योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के निर्देशानुसार हर नेता कार्यकर्ता को पूर्व में भेजे गए संदेश के माध्यम से आंदोलन के लिए तैयार रहने को कहा गया था। पार्टी अध्यक्ष के निर्देश पर जिला और शहर स्तर पर पार्टी इकाइयों ने रणनीति बनाकर शुरू कर दिया है। इसी क्रम में आज पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं प्रदेश प्रवक्ता डॉ मनोज कुमार पांडेय ने सैकड़ों सपाइयों के साथ पैदल मार्च करते हुए एसडीएम के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर प्रदेश की भाजपा सरकार की गलत नीतियों के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए शब्दों के तीखे वार किए।
आपको बता दें कि, सपाइयों द्वारा एसडीएम को दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि, उत्तर प्रदेश में इन दिनों अराजकता की स्तिथि है। कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है, जिससे कई हजार मौतें हो चुकी हैं। अस्पतालों में इलाज की सुचारू व्यवस्था नहीं है। दो मंत्री भी अपनी जान गवां बैठे हैं। जबकि अन्य कई संक्रमित पाए गए हैं। किसान बदहाली का शिकार है। सरकार अभी तक गन्ना किसानों का बकाया अदा नहीं कर सकी है। ब्याज की बात तो दीगर है, खाद बीज कीटनाशक का संकट है। किसान को फसल की लागत मूल्य भी नहीं मिल पा रही है। सच तो यह है कि, भाजपा सरकार में अपने अब तक के कार्यकाल में जनहित की कोई योजना लागू नहीं की है।
ज्ञापन के माध्यम से आगे कहा गया है कि, समाजवादी सरकार की योजनाओं पर या तो अपने नाम का ठप्पा लगाया है, या फिर उनको बर्बाद किया है। यूपी डायल हंड्रेड, एंबुलेंस सेवा 108, 102, हेल्पलाइन 1090 और 181 से जनता को मिलने वाले लाभों से वंचित करने की साजिश हो रही है, और मौजूदा सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि, जनता को भड़काने, नफरत फैलाने और समाज को बांटने का काम भाजपा सरकार कर रही है। बदले की भावना से की जा रही कार्यवाही पर रोक लगाई जाए।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री व ऊंचाहार विधायक डॉ मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि, प्रदेश में आए दिन हो रही हत्या लूट डकैती बलात्कार व अन्य गंभीर अपराधों से भैया क्रांत आम जनमानस को न्याय दिलाने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देशानुसार चलाए जा रहे निर्णायक आंदोलन के क्रम में आज प्रदेश के सभी तहसील मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन किया गया है ऐसे में इसके लिए पार्टी ने कमर कस ली है हर कार्यकर्ता पार्टी अध्यक्ष के निर्देश के तहत आंदोलन को तैयार हैं।
इस मौके पर हरि कृष्ण यादव, देवराज यादव, इलतिफाज हुसैन, नीरज यादव पखरौली, आलोक यादव उर्फ विक्की, वीरेंद्र किसान उर्फ़ पुतू, शुभम यादव, अली खान, आकिब जावेद, अखिलेश यादव, सोनू यादव, मेराज सम्स सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
विदित हो कि, सपाइयों द्वारा ज्ञापन के माध्यम से मुख्य मांगे ओलावृष्टि बाढ़ से नष्ट फसलों के लिए किसानों की क्षतिपूर्ति का तत्काल प्रबंध हो। गन्ना किसानों का बकाया और नियमानुसार देय ब्याज का भुगतान शीघ्र अति शीघ्र किया जाए। बिजली की दरों में बेतहाशा वृद्धि रोकी जाए, बुनकरों को फ्लैट रेट पर बिजली दी जाए, उनसे बकाया वसूली कोरोना संकटकाल में रोकी जाए, फर्जी इनकाउंटर बंद हो, हिरासत में मौतों की न्यायिक जांच हो। छात्रों की 5 महीने लॉक डाउन अवधि की फीस माफ की जाए, बड़े स्कूलों में पात्र गरीब छात्रों को प्रवेश दिलाया जाए। बीएड व अन्य पाठ्यक्रमों में दलित छात्रों को निशुल्क प्रवेश की पुरानी व्यवस्था लागू हो। अपराधों की रोकथाम हो, खासकर महिलाओं और बच्चों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं पर पुलिस प्रशासन को प्रभावी एवं सख्त कार्रवाई के आदेश दिये जाए। सरकारी सेवाओं में वर्ग ख और ग के कर्मचारियों की संविदा पर भर्ती प्रक्रिया रोक पर रोक लगे। समाजवादी पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं का फर्जी केस लगाकर उत्पीड़न तत्काल बंद हो, जेल में बंद पूर्व मंत्री एवं सांसद मोहम्मद आजम खान और उनके परिवार को बदले की भावना से किया जा रहा उत्पीड़न बंद हो। जब तक राज्य सरकार बेरोजगार युवाओं के लिए आजीविका की व्यवस्था न कर सके, उन्हें बेरोजगारी भत्ता दिया जाए।