शिवाकांत अवस्थी महराजगंज/रायबरेली: शासन प्रशासन की जागरूकता के बावजूद कोरोना संक्रमण के मरीजो की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है...
शिवाकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: शासन प्रशासन की जागरूकता के बावजूद कोरोना संक्रमण के मरीजो की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। जहां लोगों को प्रचार-प्रसार के माध्यम से इससे बचने के उपाय, सोशल डिस्टेंसिंग मास्क का प्रयोग, सैनिटाइजर का उपयोग आदि बताया जाता है। जिससे इस वैश्विक महामारी से बचा जा सके, तो वहीं स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से कर्मचारी भी दिन-प्रतिदिन इस कोरोना के घातक बीमारी से ग्रसित होते जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को इस बीमारी से बचने के आवश्यक उपकरण विभाग द्वारा उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। जिससे विभाग के कर्मचारी भी इस बीमारी के चपेट में दिन प्रतिदिन आ रहे हैं।
आपको बता दें कि, वैसे तो जिस संस्थान में एक से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए जाते हैं, उस संस्थान को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया जाता है, किंतु आज एकाएक मिले दो स्वास्थ्य कर्मियों की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बावजूद भी बछरावां का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बंद नहीं किया गया।
विदित हो कि, बछरावां में स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों सहित क्षेत्र के 3 लोगों को मिलाकर आज 5 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। यह संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती चली जा रही है। जिससे विभाग और क्षेत्रीय लोग चिंतित नजर आ रहे हैं। दिन प्रतिदिन बढ़ रहे मरीजों की संख्या का मुख्य कारण निजी अस्पतालों का लालच भी है। जहां एक ओर मरीज सरकारी अस्पतालों में जाने से कतरा रहे हैं, तो वहीं निजी अस्पताल बिना कोरोना चेक कराएं सीधे उनकी भर्ती अधिक दाम लेकर कर रहे हैं। इलाज के नाम पर मनचाही वसूली करने में निजी अस्पताल के कर्मचारी पूर्णतय: जुटे हुए हैं। क्षेत्रीय प्रबुद्ध लोगों की मांग है कि, यदि इस बीमारी को बढ़ने से क्षेत्र में रोकना है, तो निजी अस्पतालों में सीधे हो रहे इलाज को रोकना होगा। लोगों को अपना कोरोना चेकअप पहले कराकर तब अपना इलाज करवाना होगा। जिससे कि, इस बीमारी की रोकथाम की जा सके।