शिवाकांत अवस्थी महराजगंज/रायबरेली: शिक्षक दिवस के अवसर पर जहां शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है, तो वहीं वित्तविहीन शिक्षक प्रशासनिक उ...
शिवाकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: शिक्षक दिवस के अवसर पर जहां शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है, तो वहीं वित्तविहीन शिक्षक प्रशासनिक उपेक्षा के कारण भुखमरी के कगार पर हैं। अपना विरोध दर्ज कराने के लिए विगत शनिवार को माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के संस्थापक प्रदेश अध्यक्ष चौधरी रामवीर सिंह यादव, प्रदेश अध्यक्ष आरपी सिंह, प्रदेश प्रधान महासचिव राम अवतार सिंह यादव, महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष रुबीना, कुरेशी, प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी, उमाशंकर पटेल प्रत्याशी शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र लखनऊ खंड के आवाहन पर रायबरेली जनपद में वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष एवं मध्य यूपी प्रभारी अहिबरन सिंह के नेतृत्व में महाराजगंज तहसील के बछरावां क्षेत्र स्थित राम दुलारी तालुकेदारिया इंटर कॉलेज सेंहगो में भूखे भजन न होय गोपाला, ले लो अपनी कंठी माला की तर्ज पर काला फीता बांधकर अपना विरोध दर्ज करा कर सत्तासीन सरकार को अवगत कराया। वहीं इसके साथ ही साथ काला दिवस भी मनाया।
आपको बता दें कि, अहिबरन सिंह ने बताया कि, शिक्षक दिवस पर शिक्षकों का सम्मान सरकार का एक छलावा है, जब तक शिक्षकों को मानदेय व सेवा नियमावली नहीं मिल जाती है, तब तक शिक्षकों का सम्मान संभव नहीं है। वर्तमान में चल रही महामारी में इन वित्तविहीन शिक्षकों की कोई सुध लेने वाला नहीं है। प्रबंधकों द्वारा विद्यालय में फीस न आने पर जो भी थोड़ा बहुत पारिश्रमिक मिलता है, वह भी अब नहीं मिल पा रहा है। यह शिक्षक और इनके परिवार अब भुखमरी के कगार पर हैं। पूर्ववर्ती सरकार द्वारा जो भी मानदेय इनको दिया जाता था, वह भी सत्तासीन सरकार ने बंद कर दिया है, और उस सेवा नियमावली बनाने का वादा किया था जिसके लिए मीटिंग दर मीटिंग की गई, वित्तविहीन के विधायक ने भी पैरवी की लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा।
शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों द्वारा मनाए गए इस काले दिवस के अवसर पर जिला उपाध्यक्ष विजय सिह, शाखा मंत्री अखिलेश कुमार, सहित दर्जनों शिक्षक उपस्थित रहे।